Online Attendance Rules: राज्य के सभी स्कूलों में लागू होगा ऑनलाइन अटेंडेंस का नियम, बांटे जा रहे टैबलेट

Online attendance rules: शिक्षा विभाग का उद्देश्य इस नई प्रणाली से शिक्षा व्यवस्था और शिक्षकों की शत प्रतिशत उपस्थिति को और बेहतर बनाना है। सरकारी स्कूलों में अब छात्रों और शिक्षकों की हाजिरी ऑनलाइन दर्ज होगी।

Online Attendance Rules: राज्य के सभी स्कूलों में लागू होगा ऑनलाइन अटेंडेंस का नियम, बांटे जा रहे टैबलेट

Online Attendance Rules, image source: education world

Modified Date: November 23, 2025 / 04:01 pm IST
Published Date: November 23, 2025 4:01 pm IST
HIGHLIGHTS
  • राज्य के सभी स्कूलों में नया सिस्टम होगा लागू
  • ऑनलाइन अटेंडेंस के लिए टैबलेट का वितरण
  • हाजिरी तय करने शिक्षा विभाग का महत्वपूर्ण फैसला

सिवान: Online attendance rules, बिहार के स्कूलों में अब एक नई अटेंडेंस प्रणाली लागू की जा रही है। जिसके तहत छात्रों और शिक्षकों की उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज होगी। इसके लिए विद्यालयों में टैबलेट बांटे जा रहे हैं। शिक्षा विभाग का उद्देश्य इस नई प्रणाली से शिक्षा व्यवस्था और शिक्षकों की शत प्रतिशत उपस्थिति को और बेहतर बनाना है। सरकारी स्कूलों में अब छात्रों और शिक्षकों की हाजिरी ऑनलाइन दर्ज होगी।

शिक्षा विभाग ने राज्य के विद्यालयों में डिजिटल उपस्थिति व्यवस्था लागू करने की शुरुआत कर दी है। इसके तहत शनिवार तक प्रखंड स्तर पर 90 स्कूलों में टैबलेट वितरित किए गए, शेष वितरण 24, 25 नवंबर तक 144 विद्यालय वितरण पूरा कर लिया जाएगा,जिससे शिक्षकों में उत्साह देखा गया।

बीईओ ने बताया कि प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक सभी विद्यालयों के लिए एजेंसी द्वारा टैबलेट की आपूर्ति की जा रही है। टैब में ई-शिक्षाकोष सहित विभाग के सभी जरूरी ऐप पहले से इंस्टाल रहेंगे और इस डिवाइस में किसी भी तरह की छेड़छाड़ की कोई संभावना नहीं होगी। टैबलेट के संचालन के लिए प्रधानाध्यापक, साथ ही तकनीक में रुचि रखने वाले एक शिक्षक को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि वे उपस्थिति दर्ज करने, रिपोर्ट जनरेट करने और ऐप संचालन को आसानी से समझ सकें।

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IMEI नंबर से रखी जाएगी निगरानी

Online Attendance Rules बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने पहले ही सभी जिलों के डीईओ और डीपीओ-एसएसए को पत्र भेजकर निर्देश दिए थे कि टैबलेट की आपूर्ति और वितरण का रिकॉर्ड हर स्तर पर सुरक्षित रखा जाए। प्रत्येक विद्यालय को दिए जा रहे टैबलेट के आइएमइआइ नंबर को विद्यालय के नाम के साथ दर्ज किया जा रहा है, ताकि भविष्य में किसी भी तरह की गड़बड़ी या बदलाव की संभावना न रहे।

एजेंसी प्रखंडवार विद्यालयों की संख्या के अनुसार टैबलेट बीआरसी कार्यालय में उपलब्ध करा रही है। बीआरसी स्तर पर भी यह पूरा रिकार्ड सुरक्षित रखा जा रहा है, कि किस स्कूल को कितने और कौन-कौन से टैबलेट आवंटित किए गए हैं।

वहीं, आनलाइन हाजिरी व्यवस्था लागू होने से बच्चों की उपस्थिति रीयल-टाइम में निगरानी, ड्रापआउट पर नियंत्रण, शिक्षक उपस्थिति में पारदर्शिता जैसी व्यवस्थाओं को मजबूत करने में मदद मिलेगी। शिक्षा विभाग का दावा है कि यह व्यवस्था स्कूलों को स्मार्ट व तकनीकी रूप से उन्नत बनाएगी और शिक्षण व्यवस्था में अनुशासन तथा पारदर्शिता लाएगी।

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लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com