राजद-जदयू ने नये संसद भवन के उद्घाटन का ‘बहिष्कार’ करने का ऐलान किया

राजद-जदयू ने नये संसद भवन के उद्घाटन का ‘बहिष्कार’ करने का ऐलान किया

राजद-जदयू ने नये संसद भवन के उद्घाटन का ‘बहिष्कार’ करने का ऐलान किया
Modified Date: May 24, 2023 / 07:42 pm IST
Published Date: May 24, 2023 7:42 pm IST

पटना, 24 मई (भाषा) बिहार में मिलकर सरकार चला रहे राजग और जदयू ने कहा है कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नये संसद भवन के उद्घाटन का ‘बहिष्कार’ करेंगे।

बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मंगलवार को ऐलान किया कि उनकी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रविवार को नये संसद भवन के उद्घाटन का “बहिष्कार” करेगी।

तेजस्वी ने 2000 रुपये के नोट बंद करने के भारतीय रिजर्व बैंक के फैसले को भी ‘अतार्किक’ करार दिया और कहा कि यह समझ से परे है।

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उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि यदि उच्च मूल्यवर्ग की मुद्रा को समस्याग्रस्त माना जाता है, तो केवल एक रुपये के सिक्के जारी किए जाने चाहिए।

नये संसद भवन के उद्घाटन के मुद्दे पर उनकी पार्टी के रुख के बारे में पूछे गए सवालों के जवाब में तेजस्वी ने संवाददाताओं से कहा, “हम प्रधानमंत्री द्वारा प्रस्तावित उद्घाटन का विरोध कर रहे हैं और हम इसका बहिष्कार करेंगे। उद्घाटन राष्ट्रपति जी से कराया जाना चाहिए।’’

हालांकि, राजद के पास लोकसभा में कोई सदस्य नहीं है, लेकिन उच्च सदन में इसके कुछ सदस्य हैं।

इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जद (यू) ने भी घोषणा की कि वह रविवार को निर्धारित नये संसद भवन के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करेगी।

जद (यू) प्रवक्ता और एमएलसी नीरज कुमार ने कहा, “नये संसद भवन का निर्माण इसलिए किया गया है क्योंकि आप (भाजपा) हमारी विरासत का सम्मान नहीं करते हैं। यह एक राजनीतिक कवायद है और इसलिए हम इसके उद्घाटन का बहिष्कार करेंगे।’’

उन्होंने यह भी पूछा कि ऐसे समय में जब देश कोविड महामारी से उत्पन्न आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहा है, तब इस परिसर के निर्माण पर सार्वजनिक धन खर्च करने का क्या मतलब है?

हालांकि, जद (यू) नेता ने अन्य भाजपा विरोधी दलों की उस दलील पर कोई राय व्यक्त नहीं की जिसमें कहा गया है कि नये संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति को करना चाहिए ना कि प्रधानमंत्री को।

जद (यू) पिछले साल अगस्त तक राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का सहयोगी था और लोकसभा में इसके 16 सदस्य हैं, जबकि उच्च सदन में उपसभापति हरिवंश सहित इसके कुछ सदस्य हैं।

भाषा अनवर

संतोष

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