सत्ता पर छलपूर्वक काबिज रहने के ‘टूलकिट’ का मंसूबा है एसआईआर : कांग्रेस

सत्ता पर छलपूर्वक काबिज रहने के 'टूलकिट' का मंसूबा है एसआईआर : कांग्रेस

सत्ता पर छलपूर्वक काबिज रहने के ‘टूलकिट’ का मंसूबा है एसआईआर : कांग्रेस
Modified Date: September 24, 2025 / 08:18 pm IST
Published Date: September 24, 2025 8:18 pm IST

पटना, 24 सितंबर (भाषा) कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) ने बुधवार को आरोप लगाया कि विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) मतदाता सूची में धांधली कर सत्ता पर छलपूर्वक काबिज रहने के भाजपा के ‘टूलकिट’ का मंसूबा है।

विस्तारित कार्य समिति की बैठक में दो प्रस्ताव पारित किए जिनमें एक राजनीतिक और दूसरा बिहार से संबंधित है।

बैठक के बाद पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बताया कि बैठक के दौरान 51 लोगों ने चर्चा में भाग लिया।

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कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने राजनीतिक प्रस्ताव और बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख राजेश कुमार राम ने बिहार से संबंधित प्रस्ताव रखा।

वेणुगोपाल ने कहा कि बैठक में संगठन सृजन और ‘वोट चोरी’ को लेकर मुख्य रूप से चर्चा की गई।

बिहार से संबंधित प्रस्ताव में कहा गया है, ‘मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण की साजिश आज हमारे लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा है। बिहार में साफ दिखता है कि यह प्रक्रिया योजनाबद्ध ढंग से दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों जैसे हाशिए पर खड़े समुदायों को उनके मताधिकार से वंचित करने के लिए रची गई है।’

इसमें कहा गया कि मताधिकार पर इस हमले के माध्यम से किया जा रहा षड्यंत्र अंततः इन समुदायों को सरकारी कल्याणकारी योजनाओं और उनके संवैधानिक आरक्षण के अधिकार से भी विहीन कर देगा।

प्रस्ताव में कहा गया है, ‘जब जनता का वोट छीना जाता है, तो उसके साथ उनका भविष्य, उनकी गरिमा और उनके संवैधानिक अधिकार भी छीन लिए जाते हैं।’

इसमें आगे कहा गया है, ‘कार्य समिति बिहार में किए जा रहे ‘विशेष गहन पुनरीक्षण’ को लेकर अपनी गंभीर आशंका दोहराती है और इसे मतदाता सूची में धांधली कर सत्ता पर छलपूर्वक काबिज रहने के भाजपा के टूलकिट की एक और गंदी चाल मानती है। उनका मक़सद साफ़ है कि बिहार से राजग को बाहर करने के लिए संकल्पित गरीबों, मज़दूरों, पिछड़े वर्गों और अल्पसंख्यकों को मताधिकार से वंचित करना।’

कांग्रेस का कहना है कि चुराए गए जनादेश और धांधली से बनाई गई मतदाता सूचियों पर आधारित सरकार की कोई नैतिक या राजनीतिक वैधता नहीं होती।

कार्य समिति ने वोटर अधिकार यात्रा का उल्लेख करते हुए कहा, ‘राहुल गांधी ने बिहार में मताधिकार यात्रा निकाली, ताकि इस अलोकतांत्रिक प्रक्रिया का विरोध किया जा सके। यह यात्रा बिहार के हर गांव और हर गली तक यह साफ़ संदेश लेकर पहुंची कि जब तक प्रत्येक नागरिक का वोट सुरक्षित नहीं होगा, तब तक उनके अधिकार, उनका भविष्य और उसके साथ लोकतंत्र भी सुरक्षित नहीं रह सकता।’

उसने कहा, ‘इस संघर्ष को बिहार की जनता की अभूतपूर्व प्रतिक्रिया और भागीदारी ने और मज़बूती दी।’

प्रस्ताव में कहा गया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खोखले वादों और विश्वासघात से आक्रोशित होकर बिहार की जनता आज सड़कों पर है।

उसने दावा किया कि ख़ासकर जनता दल (यूनाइटेड) और भाजपा के अपवित्र गठबंधन के बाद, भ्रष्टाचार और अपराध तथाकथित “डबल इंजन सरकार” के असली इंजन बन कर सामने आये हैं।

कार्य समिति ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार के आर्थिक विनाश ने करोड़ों भारतीय नागरिकों को निराशा के गर्त में धकेल दिया है, जबकि वह अर्थव्यवस्था की झूठी छवि गढ़ने की कोशिश में जुटी है।

पार्टी की विस्तारित कार्य समिति की बैठक में पारित प्रस्ताव में यह दावा भी किया गया है कि सरकार ने गैर-राजग शासित राज्यों के प्रति सौतेला व्यवहार करते हुए उनकी जीएसटी क्षतिपूर्ति को रोक रखा है।

प्रस्ताव में कहा गया है, ‘कांग्रेस कार्य समिति का मानना है कि संविधान और गणतंत्र पर भाजपा-आरएसएस के हमले बगैर रुकावट के लगातार जारी हैं। स्वतंत्रता, समानता, भ्रातृत्व और न्याय आदि हमारे लोकतंत्र के बुनियादी सिद्धांतों को ईंट-दर-ईंट ध्वस्त किया जा रहा है।’

कांग्रेस ने दावा किया कि सामाजिक न्याय को पैरों तले रौंदा जा रहा है; आक्रामक निजीकरण, रिक्तियों की भर्ती से इनकार और उम्मीदवारों को ‘उपयुक्त नहीं पाया गया’ घोषित करने जैसी धूर्तता पूर्ण तरकीबों के व्यापक उपयोग के जरिए आरक्षण को नियमित रूप से कमज़ोर किया जा रहा है।

उसने कहा, ‘कांग्रेस कार्य समिति हिंदुस्तान के सामाजिक ताने-बाने में सुनियोजित ढंग से जहर घोले जाने की घोर निंदा करती है। इस सत्तारूढ़ दल ने लगातार सांप्रदायिक ध्रुवीकरण बनाए रखने की कोशिश की है, जानबूझकर नफरत भरी प्रचार सामग्री तैयार की है और अल्पसंख्यकों को बदनाम करने के लिए अफवाह फैलाने के घृणित तरीकों का सहारा लिया है।’

पार्टी ने आरोप लगाया कि सरकार के शीर्ष स्तर पर उस आरएसएस को मुख्यधारा में लाने के शर्मनाक प्रयास किए गए हैं, जिसने लगातार भारत के संविधान के प्रति निष्ठा का अभाव सिद्ध किया है।

कांग्रेस ने बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली राजग सरकार पर ‘नोट चोर’ होने का आरोप लगाया और दावा किया कि भ्रष्टाचार एवं अपराध ‘डबल इंजन’ सरकार के असली दो इंजन हैं।

पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यहां कांग्रेस कार्य समिति की बैठक के बाद यह दावा भी किया कि तेलंगाना विधानसभा चुनाव से दो महीने पहले कार्य समिति की बैठक हुई थी और वहां कांग्रेस की सरकार बनी, उसी तरह अब पटना की बैठक के बाद बिहार में महागठबंधन की सरकार बनेगी।

प्रस्ताव में हालिया प्राकृतिक आपदाओं और गायक जुबिन गर्ग के निधन पर भी दुख जताया गया।

भाषा हक नरेश अविनाश

अविनाश


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