पुनौरा धाम के साथ सम्पूर्ण मिथिला अंतरराष्ट्रीय पर्यटन का केंद्र बनेगा: भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सरावगी

पुनौरा धाम के साथ सम्पूर्ण मिथिला अंतरराष्ट्रीय पर्यटन का केंद्र बनेगा: भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सरावगी

पुनौरा धाम के साथ सम्पूर्ण मिथिला अंतरराष्ट्रीय पर्यटन का केंद्र बनेगा: भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सरावगी
Modified Date: December 22, 2025 / 06:38 pm IST
Published Date: December 22, 2025 6:38 pm IST

पटना, 22 दिसंबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की बिहार इकाई के अध्यक्ष संजय सरावगी ने सोमवार को कहा कि पुनौरा धाम के विकास के साथ-साथ सम्पूर्ण मिथिला क्षेत्र को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन के केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि जनसंघ के समय से ही भाजपा मिथिला के विकास के लिए कार्य करती आ रही है और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार मिथिला एवं मैथिली भाषा के सर्वांगीण विकास के लिए पूरी तरह कृतसंकल्पित है।

सरावगी, सीतामढ़ी जिले में माता जानकी की प्राकट्यस्थली पुनौरा धाम में मैथिली अधिकार दिवस के अवसर पर आयोजित दो दिवसीय 23वें अंतरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।

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उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष का दायित्व संभालने के बाद राजधानी से बाहर उनकी यह पहली यात्रा है और इसके लिए उन्होंने इस पावन स्थली पुनौरा धाम को चुना, जहां उन्होंने मां जानकी की पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद लिया।

सरावगी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का स्मरण करते हुए कहा कि उनके कार्यकाल (अटल बिहारी वाजपेयी) में मिथिलांचल और मैथिली भाषा के लिए उठाया गया ऐतिहासिक कदम आज बड़ी उपलब्धि साबित हुआ।

उन्होंने कहा कि मिथिलांचल से लगातार उठ रही मांगों के मद्देनजर 22 दिसंबर 2003 को भारत सरकार द्वारा मैथिली भाषा को भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया गया और इसी उपलक्ष्य में प्रतिवर्ष 22 दिसंबर को मैथिली अधिकार दिवस मनाया जाता है।

प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि जिस प्रकार भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर अयोध्या में बना है और देश-विदेश से श्रद्धालु व पर्यटक वहां दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं, उसी तरह पुनौरा धाम में भी माता जानकी का भव्य मंदिर बनेगा।

उन्होंने कहा कि पुनौरा धाम ही नहीं, बल्कि सम्पूर्ण मिथिला आने वाले समय में अंतरराष्ट्रीय पर्यटन का केंद्र बनेगी।

भाजपा नेता ने यह भी बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पुनौरा धाम पहुंचकर प्रस्तावित भव्य मंदिर का शिलान्यास कर चुके हैं।

भाषा कैलाश जितेंद्र

जितेंद्र


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