Rajasthan Assembly Election 2023: इस बार प्रदेश के 14 लाख से ज्यादा वोटर्स नहीं कर पाएंगे मतदान? वजह जानकर कांग्रेस-भाजपा के उड़े होश
इस बार प्रदेश के 14 लाख से ज्यादा वोटर्स नहीं कर पाएंगे मतदान, वजह जानकर कांग्रेस-भाजपा के उड़े होश! Rajasthan Assembly Election 2023
जयपुर: Rajasthan Assembly Election 2023 चुनाव आयोग ने पांच राज्यों की चुनावी तारीखों का ऐलान कर दिया है, जिसके सियासी गलियारों में सरगर्मी तेज हो गई है। निर्वाचन आयोग के साथ-साथ सभी राजनीति दलों ने तैयारियां तेज कर दी है। लेकिन इस बीच एक ऐसी खबर सामने आई है जिसने भाजपा कांग्रेस सहित सभी दलों के माथे पर चिंता की लकीर खिंच दी है। ऐसा कहा जा रहा है कि विधानसभा चुनाव 2023 में प्रदेश के बरीक 14 लाख वोटर मतदान नहीं कर पाएंगे। इसकी वजह चाहे जो भी हो, लेकिन है तो ये चिंता वाली बात।
Rajasthan Assembly Election 2023 एक रिपोर्ट के मुताबिक शादियों के कार्यक्रम के कारोबार से जुड़े लोगों का मानना है कि चुनाव आयोग ने राजस्थान के सभी 51,756 मतदान केंद्रों पर 75 प्रतिशत मतदान का लक्ष्य रखा है। लेकिन इन शादियों की वजह से राज्य में मतदान प्रतिशत प्रभावित हो सकता है। बताया जा रहा है कि पूरे प्रदेश में इस बार 50 हजार शादियां होने की संभावना है।
ऑल इंडिया टेंट डेकोरेटर्स वेलफेयर एसोसिएशन की मानें तो इस बार देवउठनी एकादशी शादियों के लिए सबसे शुभ अवसर है, और हिंदू समुदाय की सभी जातियों के लोग इस दिन विवाह कार्यक्रम करना पसंद करते हैं। इस साल देवउठनी एकादशी के मौके पर 23 नवंबर को 50,000 से अधिक शादियां होने की उम्मीद है। बताया गया कि राजस्थान में टेंट डीलर, इवेंट मैनेजर समेत करीब 4 लाख व्यापारी हैं। इनके अलावा राज्य में कैटरिंग, फूल, बैंड और कोरियोग्राफर्स आदि सर्विसेज से लगभग 10 लाख लोग प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से विवाह उद्योग से जुड़े हुए हैं। जाहिर है कि इनमें से अधिकांश लोग उस दिन व्यस्त रहेंगे। शादी के मौके पर लोग बड़े पैमाने पर शादी पार्टियों में शामिल होने दूसरे शहरों/जिलों में जाते हैं। इसी तरह, कैटरर्स, इलेक्ट्रीशियन, फूल विक्रेता, बैंड पार्टियां और शादी के कामों से जुड़े अन्य लोग पूरे दिन व्यस्त रहते हैं। अब उनमें से कई लोग इस वजह से मतदान करना छोड़ सकते हैं।”
इस मसले पर BJP नेता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया का बयान भी आया है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि 23 नवंबर को शादियों का बड़ा दिन होने के बाद भी वोटिंग पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने विश्वास जताया कि पार्टी कार्यकर्ता हर मतदाता को मतदान केंद्रों तक लाने की कोशिश करेंगे और इसमें सफल भी होंगे।
गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने सोमवार (9 अक्टूबर) को पांच राज्यों राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया। चुनाव आयोग के अनुसार, सबसे पहले मिजोरम में 7 नवंबर को वोटिंग होगी। वहीं छत्तीसगढ़ में दो चरण में 7 और 17 नवंबर को वोटिंग होगी। मध्य प्रदेश और राजस्थान में एक चरण में चुनाव होगा। मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को और राजस्थान में 23 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। सबसे आखिर में तेलंगाना में 30 नवंबर को चुनाव होगा। चुनाव आयोग के मुताबिक 3 दिसंबर को सभी राज्यों के चुनाव के नतीजे एक साथ आएंगे।

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