किसान आंदोलनः टिकैत के बयान से किसान संगठनों में पड़ी दरार ? किसान नेता गुरनाम सिंह ने कहा ये टिकैत की निजी राय

किसान आंदोलनः टिकैत के बयान से किसान संगठनों में पड़ी दरार ? किसान नेता गुरनाम सिंह ने कहा ये टिकैत की निजी राय

किसान आंदोलनः टिकैत के बयान से किसान संगठनों में पड़ी दरार ? किसान नेता गुरनाम सिंह ने कहा ये टिकैत की निजी राय
Modified Date: November 29, 2022 / 08:11 pm IST
Published Date: February 12, 2021 11:18 am IST

नई दिल्ली। किसान संगठनों के हालिया बयान से ऐसा लग रहा है जैसे कि किसान आंदोलन को लेकर किसान संगठनों के बीच दरार पड़ गई है। क्या राकेश टिकैत से बाकी किसान नेता नाराज चल रहे हैं? राकेश टिकैत के 2 अक्टबूर तक आंदोलन के अल्टीमेटम वाले बयान को लेकर किसानों के बीच नाराजगी की खबर है। एक रिपोर्ट के अनुसार यूनाइटेड किसान फ्रंट ने टिकैत के बयान को लेकर कहा कि जब तक सरकार कानून वापस नहीं लेती, आंदोलन चलता रहेगा।

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किसान नेता गुरनाम सिंह चड़ूणी ने राकेश टिकैत पर हमला बोलते हुए कहा कि 2 अक्टूबर तक आंदोलन जैसे बयानों से उन्हें केवल हंसी आती है। चड़ूनी ने कहा कि यह बयान राकेश टिकैत का निजी बयान है और किसानों की मंशानुसार नहीं है। उन्होंने कहा कि वो समझते हैं कि किस दवाब में टिकैत ने ऐसा बयान दिया होगा। बता दें कि दिल्ली-हरियाणा सिंघु बॉर्डर और टिकरी बॉर्डर पर किसान आंदोलन का आज 79वां दिन है। कृषि कानूनों को लेकर सरकार और किसानों को बीच अब तक कोई बीच का रास्ता नहीं निकल पाया है।

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इसके पहले किसान नेता राकेश टिकैत ने राजस्थान के अलवर में कहा, ‘केंद्र सरकार उनकी संम्पति का सही आंकलन नहीं करवा पाई है। उनकी संपत्ति के आंकलन के लिए टीम लगानी पड़ेगी।’ उन्होंने कहा कि हमारी आगे की रणनीति होगी कि अनाज को कम कीमत पर नहीं बिकने देंगे। जो एमएसपी है उस से कम पर खरीद नहीं होगी। किसान मोर्चें ने तय कर लिया है कि व्यापारी भूख पर कीमतें तय नहीं करेगा। आम जनता की अनाज और रोटी तिजोरी में बंद नहीं होगी।

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गौरतलब है कि किसान संगठनों ने 18 फरवरी को दोपहर 12 बजे से शाम चार बजे तक ’रेल रोको’ अभियान ऐलान किया है। किसानों ने 2019 में पुलवामा आतंकवादी हमले में शहीद हुए जवानों की याद में 14 फरवरी को एक मोमबत्ती मार्च निकालने का भी फैसला किया है।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com