ब्रिटेन में तबाही मचाने वाले कोरोना के नए वेरिएंट की भारत में पुष्टि, वैज्ञानिकों की चेतावनी ‘हो सकता है अधिक घातक’

ब्रिटेन में तबाही मचाने वाले कोरोना के नए वेरिएंट की भारत में पुष्टि, वैज्ञानिकों की चेतावनी 'हो सकता है अधिक घातक'

ब्रिटेन में तबाही मचाने वाले कोरोना के नए वेरिएंट की भारत में पुष्टि, वैज्ञानिकों की चेतावनी ‘हो सकता है अधिक घातक’
Modified Date: November 29, 2022 / 04:14 pm IST
Published Date: October 25, 2021 3:45 am IST

Corona that caused havoc in Britain : इंदौर। TOI एक रिपोर्ट के मुताबिक, नेशनल सेंटर ऑफ डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) से जारी जीनोम सीक्वेंसिंग रिपोर्ट में इंदौर में कोरोना के नए वेरिएंट के सात मामलों का पता चला था। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बीएस सैत्य ने कहा कि संक्रमित लोगों में से दो लोग महू छावनी में तैनात सेना अधिकारी हैं। महाराष्ट्र में 1 प्रतिशत नमूनों में नए डेल्टा AY.4 संस्करण का पता चला है।

वैज्ञानिकों ने संकेत दिया है कि नया संस्करण डेल्टा स्ट्रेन की तुलना में अधिक संक्रामक और यहां तक ​​​​कि अधिक घातक हो सकता है। नया संस्करण, जिसे AY 4.2 कहा जाता है, को अब यूके में ‘जांच के तहत संस्करण’ के रूप में घोषित किया गया है।

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स्वास्थ्य एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि AY.4.2 डेल्टा वेरिएंट में सभी अनुक्रमों का लगभग 6 प्रतिशत हिस्सा है। रिपोर्ट में कहा गया है, “डेल्टा प्रमुख संस्करण बना हुआ है। AY.4.2 के रूप में नव-नामित एक डेल्टा उप वंश इंग्लैंड में विस्तार करने के लिए जाना जाता है।”

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AY.4.2, जिसे “डेल्टा प्लस” कहा जाता है और जिसे अब यूके स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी (UKHSA) द्वारा VUI-21OCT-01 नाम दिया गया है, हाल के दिनों में करीब से जांच के दायरे में रहा है, क्योंकि सबूत बताते हैं कि यह प्रमुख डेल्टा संस्करण की तुलना में अधिक तेज़ी से फैलता है। एनसीडीसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि उप-वंश ने सितंबर में इंदौर जिले में कोविड की वृद्धि का कारण बना था, जब अगस्त में कोविद -19 संक्रमण 64 प्रतिशत बढ़ गया था।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com