लॉकडाउन से भारतीय अर्थव्यवस्था को होगा 9 लाख करोड़ का नुकसान! GDP ग्रोथ के अनुमान में आयी कमी

लॉकडाउन से भारतीय अर्थव्यवस्था को होगा 9 लाख करोड़ का नुकसान! GDP ग्रोथ के अनुमान में आयी कमी

लॉकडाउन से भारतीय अर्थव्यवस्था को होगा 9 लाख करोड़ का नुकसान! GDP ग्रोथ के अनुमान में आयी कमी
Modified Date: November 29, 2022 / 08:04 pm IST
Published Date: March 25, 2020 11:36 am IST

नईदिल्ली। वैश्विक महामारी कोविड—19 से निपटने के लिए पूरे देश में 14 अप्रैल तक पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देश भर में किए गए लॉकडाउन से अर्थव्यवस्था को 120 अरब डॉलर यानी करीब नौ लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो सकता है।

ये भी पढ़ें: 2021 की जनगणना के पहले चरण और NPR अपडेशन पर लगी रोक, कोविड 19 से बचाव के लिए गृह मंत्रालय का बड़ा फैसला

नौ लाख करोड़ रुपये भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के चार फीसदी के बराबर है। उन्होंने राहत पैकेज की जरूरत पर जोर देते हुए बुधवार को आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान में भी कटौती की। उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक तीन अप्रैल को अगली द्वैमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक के निष्कर्षों की घोषणा करने वाला है। जिसके बाद भारतीय रिजर्व बैंक नीतिगत दर में बड़ी कटौती कर सकता है।

 ⁠

ये भी पढ़ें: कोरोना वायरस के कारण बदला बैंक का समय, अब 4 घंटे ही होंगे काम, जानें..

लॉकडाउन के बाद शोध-सलाह कंपनी बार्कलेज ने वित्त वर्ष 2020-21 के लिए वृद्धि दर के अनुमान में 1.7 फीसदी की कटौती कर इसके 3.5 फीसदी रहने का अनुमान व्यक्त किया है। उसने कहा कि, ‘हमारा अनुमान है कि राष्ट्रव्यापी बंदी की कीमत करीब 120 अरब डॉलर यानी जीडीपी के चार फीसदी के बराबर रह सकती है।’

ये भी पढ़ें: कोरोना संकट के बीच केंद्र सरकार ने दी आम जनता को बड़ी राहत, 10 प्वा…

इससे पहले फिच रेटिंग्स ने देश की GDP विकास दर का अनुमान घटाया था। रेटिंग एजेंसी ने वित्त वर्ष 2020-21 के लिए GDP ग्रोथ को घटाकर 5.1 फीसदी कर दिया है। इससे पहले फिच रेटिंग्स ने दिसंबर 2019 में भारत की GDP ग्रोथ का अनुमान 5.6 फीसदी लगाया था।

ये भी पढ़ें: ऐतिहासिक गिरावट के बाद थमा बाजार, 4.89 फीसदी की बढ़त के साथ खुला से…

रेटिंग एजेंसी मूडीज इंवेस्टर्स सर्विस ने भी भारत की विकास दर का अनुमान घटा दिया है। दरअसल वैश्विक मंदी के खतरे से होने वाले प्रभाव को देखते हुए मूडीज ने भारत की आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान 5.4 से घटा कर 5.3 कर दिया है।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com