अडाणी एयरपोर्ट होल्डिंग्स ने हवाई अड्डों पर यात्री प्रबंधन की खुली व्यवस्था की वकालत की

अडाणी एयरपोर्ट होल्डिंग्स ने हवाई अड्डों पर यात्री प्रबंधन की खुली व्यवस्था की वकालत की

अडाणी एयरपोर्ट होल्डिंग्स ने हवाई अड्डों पर यात्री प्रबंधन की खुली व्यवस्था की वकालत की
Modified Date: June 7, 2024 / 05:44 pm IST
Published Date: June 7, 2024 5:44 pm IST

नयी दिल्ली, सात जून (भाषा) अडाणी समूह के हवाई अड्डा कारोबार प्रमुख अरुण बंसल ने शुक्रवार को हवाई अड्डों पर यात्री प्रबंधन को लेकर एक खुली व्यवस्था की वकालत की। उन्होंने कहा कि वर्तमान में ऐसी प्रणाली की पेशकश करने वालों का एकाधिकार है।

अडाणी एयरपोर्ट होल्डिंग्स लि. (एएएचएल) सात हवाई अड्डों का प्रबंधन करती है और नवी मुंबई हवाई अड्डे का विकास भी कर रही है।

एएएचएल के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) बंसल ने कहा कि यात्री प्रबंधन प्रणालियां आज ‘अंतर-संचालनीय’ यानी यात्री प्रबंधन सुविधा देने का जिम्मा कुछ ही इकाइयों के पास है।

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उन्होंने कहा, ‘‘ इन पर कुछ का एकाधिकार है और मैं वास्तव में चाहता हूं कि भारतीय सॉफ्टवेयर डेवलपर आगे आएं। एक ऐसी यात्री प्रबंधन प्रणाली बनाएं जो खुली (ओपन सोर्स) हो और हर कोई उसका उपयोग कर सके।’’

बंसल कहा कि इस संबंध में वह नियामकों के साथ काम कर रहे हैं।

एएएचएल यात्री संबंधी कार्य की प्रणालियों के लिए स्वदेशी सॉफ्टवेयर विकसित करने को भारतीय सॉफ्टवेयर कंपनियों के साथ भी सहयोग कर रही है।

‘सीएपीए इंडिया एविएशन समिट’ 2024 के मौके पर बंसल ने कहा कि ओपन-सोर्स प्रणाली के संबंध में किसी नीतिगत बदलाव की आवश्यकता नहीं है।

उन्होंने कहा, ‘‘ इसमें किसी नीतिगत बदलाव की आवश्यकता नहीं है। मौजूदा सॉफ्टवेयर कंपनियों ने इसे ऐसा बना दिया है कि आप इसमें कोई बदलाव नहीं कर सकते, जबकि पूरी दुनिया ‘ओपन सोर्स’ का रुख कर रही है।’’

एएएचएल वर्तमान में मुंबई, अहमदाबाद, लखनऊ, मंगलुरु, जयपुर, गुवाहाटी और तिरुवनंतपुरम में सात हवाई अड्डों का प्रबंधन करती है।

भारत दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते नागर विमानन बाजारों में से एक है, और घरेलू तथा अंतरराष्ट्रीय दोनों तरह के यातायात में वृद्धि हो रही है।

भाषा निहारिका अजय रमण

रमण


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