अडाणी समूह ने अपने विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों के डिपाजिटरी खातों पर रोक की खबरों को खारिज किया | Adani Group dismisses reports of ban on depository accounts of its foreign portfolio investors

अडाणी समूह ने अपने विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों के डिपाजिटरी खातों पर रोक की खबरों को खारिज किया

अडाणी समूह ने अपने विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों के डिपाजिटरी खातों पर रोक की खबरों को खारिज किया

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:38 PM IST, Published Date : June 14, 2021/3:53 pm IST

नयी दिल्ली, 14 जून (भाषा) अडाणी समूह ने सोमवार को कहा कि उसके पास इस बात की लिखित जानकारी है कि समूह की कंपनियों के शेयरों में निवेश करने वाले मारीशस में पंजीकृत तीन विदेशी कोषों के खातों पर लेन-देन की रोक नहीं लगायी गयी है।

समूह ने रोक की खबर को ‘‘स्पष्ट रूप से गलत और भ्रामक’’ बताया है।

अडाणी समूह की कंपनियों में हिस्सेदारी रखने वाले कुछ एफपीआई खातों को नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) द्वारा कथित रूप से फ्रीज करने की खबर के बाद इन कंपनियों के शेयरों में सोमवार को भारी गिरावट देखी गई।

अडाणी समूह ने कहा है कि उसके सभी शीर्ष शेयरधारकों के खाते सक्रिय हैं, वहीं एनएसडीएल ने भी समूह को भेजे ई-मेल में इन खातों के ‘सक्रिय’ होने की पुष्टि की है।

समूह की प्रमुख कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज के साथ ही अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन, अडाणी ग्रीन एनर्जी, अडाणी टोटल गैस, अडाणी ट्रांसमिशन और अडाणी पावर ने शेयर बाजारों को बताया कि समूह की कंपनियों में हिस्सेदारी रखने वाले निवेश कोषों अल्बुला इंवेस्टमेंट फंड, क्रेस्टा फंड और एपीएमएस इन्वेस्टमेंट फंड के खातों को एनएसडीएल द्वारा फ्रीज करने की खबर ‘‘स्पष्ट रूप से भ्रामक है और जानबूझकर निवेशक समुदाय को गुमराह करने के लिए फैलाई गई है।’’

इन कंपनियों ने कहा, ‘‘इससे बड़े पैमाने पर निवेशकों को आर्थिक क्षति और समूह की प्रतिष्ठा को अपूरणीय नुकसान हो रहा है।’’

उन्होंने कहा कि मुद्दे की गंभीरता और अल्पांश निवेशकों पर इसके प्रतिकूल असर को देखते हुए ‘‘हमने उपरोक्त फंड के डीमैट खातों की स्थिति के संबंध में पंजीयक और स्थानांतरण एजेंट से अनुरोध किया था और 14 जून, 2021 की दिनांक वाले ई-मेल के जरिये इस बात की लिखित पुष्टि की गई है कि उपरोक्त फंड जिन डीमैट खातों में कंपनी के शेयरों को रखते हैं उन डी मैट खातों को जब्त (प्रतिबंधित) नहीं किया गया है।’’

हालांकि, एनएसडीएल की वेबसाइट में बिना कोई कारण बताए अल्बुला इन्वेस्टमेंट फंड, क्रेस्टा फंड और एपीएमएस इंवेस्टमेंट फंड के खातों को जब्त किया हुआ दर्शाया गया है। ये कोष मारीशस में एक ही पते पर पंजीकृत हैं।

वेबसाइट पर अल्बुला इन्वेस्टमेंट फंड लिमिटेड (पैन नंबर एएएचसीए3597क्यू), एपीएमएस इंवेस्टमेंट फंड लिमिटेड (पैन नंबर एएईसीएम5148ए) और क्रेस्टा फंड लिमिटेड (पैन नंबर एएडीसीसी2634ए) को ‘‘एकाउंट लेबल फ्रीज’’ के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।

हालांकि, समूह के एक सूत्र ने कहा कि रजिस्ट्रार ने लिखित में बताया है कि जिन खातों में अडाणी समूह के शेयर हैं, उन्हें जब्त नहीं किया गया है।

तीनों फंड एडाणी समूह के शीर्ष 12 निवेशकों में शामिल हैं और वार्षिक निवेशक प्रस्तुतियों के मुताबिक 31 मार्च 2020 की स्थिति के मुताबिक अडाणी समूह की पांच कंपनियों में इन कोषों की लगभग 2.1 प्रतिशत से 8.91 प्रतिशत तक हिस्सेदारी है।

अडाणी समूह की पांच कंपनियों में उनकी हिस्सेदारी का मूल्य सोमवार को शेयरों में गिरावट से पहले तक 7.78 अरब अमरीकी डॉलर पर था।

बाद में अडाणी समूह ने एक बयान में कहा कि ये एफपीआई (विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक) एक दशक से अधिक समय से अडाणी एंटरप्राइजेज में निवेशक हैं और कंपनी की अलग अलग कारोबार वाली इकाइयों के अस्तित्व में आने के बाद उसकी पोर्टफोलियो कंपनियों में भी उनकी हिस्सेदारी आ गई।

बयान में कहा गया, ‘‘हमारे सभी व्यवसायों को 1994 में स्थापित प्रमुख कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड द्वारा शुरू किया गया था और पिछले सात वर्षों के दौरान अडाणी पोर्ट्स, अडाणी ट्रांसमिशन, अडाणी ग्रीन एनर्जी और अडाणी गैस लिमिटेड को अलग कर भारतीय शेयर बाजारों में सूचीबद्ध किया गया।’’

बयान में आगे कहा गया कि अडाणी एंटरप्राइजेज अभी भी हवाई अड्डों, सड़क, डेटा केंद्र, सौर विनिर्माण जैसे नए कारोबार को बढ़ाने के लिए काम कर रही है और इन कारोबारों के अलग इकाई के तौर पर सूचीबद्ध होने के बाद निवेशकों को काफी फायदा मिलेगा।

अडाणी समूह के विभिन्न कारोबारों में निवेशकों का आकर्षण बना हुआ है। प्राथमिक और द्धितीयक बाजारों में निवेशक और रणनीतिक भागीदार कंपनी में रुचि दिखा रहे हैं।

भाषा

भाषा अजय अजय मनोहर

मनोहर

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

Flowers