American Tariffs on India: आज से भारत पर लगेगा 50 फ़ीसदी अमेरिकी टैरिफ.. रूस से तेल खरीदी से चिढ़े ट्रम्प, जानें क्या होगा नुकसान
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज मेक इन इंडिया के लिए एक “महान दिन” है क्योंकि देश में बने ई-वाहनों का निर्यात 100 देशों में किया जाएगा। दुनिया भारत में बने ईवी को अपनाएगी। मेक इन इंडिया पहल ने वैश्विक और घरेलू, दोनों ही निर्माताओं के लिए अनुकूल वातावरण तैयार किया है।
American Tariffs on India || Image- IBC24 News File
- अमेरिका ने भारत पर लगाया 50% आयात शुल्क
- टेक्सटाइल, ज्वेलरी और फर्नीचर सेक्टर पर बड़ा असर
- पीएम मोदी ने स्वदेशी और मेक इन इंडिया को बताया मंत्र
American Tariffs on India: नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा भारत पर थोपे गए 50 फ़ीसदी टैरिफ का फैसला आज पूरी तरह से भारत पर लागू हो जाएगा। इससे पहले सात अगस्त से आज तक को 25 प्रतिशत टैरिफ लागू किया गया था वही आज इसमें 25 फ़ीसदी का इजाफा हो जाएगा।
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इन सेक्टर्स में टैरिफ का नुकसान
इस अमेरिकी टैरिफ का भारत के कई सेक्टरों पर इसका बुरा असर पड़ सकता है और हजारों नौकरियां भी खतरे में आ सकती हैं। टेक्सटाइल, जेम्स एंड ज्वेलरी, झींगा, कालीन और फर्नीचर, कम मार्जिन वाली वस्तुओं का निर्यात अमेरिकी बाजार में अधिक है। इस बीच वियतनाम, बांग्लादेश, कंबोडिया और यहां तक कि चीन और पाकिस्तान जैसे प्रतिस्पर्धी (जिनपर वर्तमान में डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने कम टैरिफ लगाया है ) देशों को फायदा हो सकता है।
पीएम मोदी ने दिया स्वदेशी पर जोर
American Tariffs on India: अमेरिका द्वारा भारत पर आयात शुल्क को प्रभावी रूप से 50 प्रतिशत तक बढ़ाने के लिए अतिरिक्त 25 प्रतिशत टैरिफ लागू होने से एक दिन पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 अगस्त को स्वदेशी और मेक इन इंडिया पर जोर दिया।
पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, गुजरात में मारुति सुजुकी द्वारा भारत में अपने पहले इलेक्ट्रिक वाहन, ई विटारा के लॉन्च के अवसर पर बोलते हुए मोदी ने कहा कि स्वदेशी “मंत्र” होना चाहिए और चाहे कोई भी निवेश करे, उत्पादन भारतीय होना चाहिए। गौरतलब है कि जापान की सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन ने अगले पाँच-छह वर्षों में भारत में 70,000 करोड़ रुपये के निवेश की प्रतिबद्धता जताई है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश की ‘मेक इन इंडिया’ पहल ने वैश्विक और घरेलू, दोनों ही निर्माताओं के लिए अनुकूल माहौल तैयार किया है और दुनिया भारत में निर्मित इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाएगी। मारुति सुज़ुकी का गुजरात स्थित हंसलपुर प्लांट 100 से ज़्यादा देशों को इलेक्ट्रिक वाहन निर्यात करने के लिए तैयार है। यह मज़बूत हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए लिथियम-आयन बैटरी, सेल और इलेक्ट्रोड भी बनाएगा।
American Tariffs on India: प्रधानमंत्री ने अपने सम्बोधन “स्वदेशी की मेरी परिभाषा बहुत सरल है: इससे कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता कि पैसा किसका लगा है, चाहे वह डॉलर हो, पाउंड हो, मुद्रा काली हो या सफ़ेद, मेरे लिए इससे कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता। फ़र्क़ यह है कि उत्पादन में पसीना मेरे देशवासियों का है। पैसा किसी और का हो सकता है, लेकिन पसीना हमारा है।” उन्होंने कहा, “2047 तक हम एक ऐसा भारत बनाएंगे जिस पर आपकी आने वाली पीढ़ियाँ आपके बलिदानों पर, आपके योगदान पर गर्व करेंगी । इस तरह, मारुति सुजुकी भी एक स्वदेशी कंपनी है। दुनिया भारत में बने इलेक्ट्रिक वाहनों को चलाएगी।”
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प्रधानमंत्री ने कहा कि आज मेक इन इंडिया के लिए एक “महान दिन” है क्योंकि देश में बने ई-वाहनों का निर्यात 100 देशों में किया जाएगा। दुनिया भारत में बने ईवी को अपनाएगी। मेक इन इंडिया पहल ने वैश्विक और घरेलू, दोनों ही निर्माताओं के लिए अनुकूल वातावरण तैयार किया है।

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