मुंबई, नौ मई (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ इंडिया (बीओआई) का जनवरी-मार्च तिमाही में शुद्ध लाभ 82 प्रतिशत उछलकर 2,626 करोड़ रुपये हो गया।
बैंक की शुद्ध ब्याज आय समीक्षाधीन तिमाही में दो प्रतिशत की मामूली बढ़त के साथ 6,063 करोड़ रुपये रही, लेकिन अन्य आय 96 प्रतिशत बढ़कर 3,428 करोड़ रुपये हो गई।
इस दौरान बट्टे खाते में डाले गए खातों से वसूली 195 प्रतिशत बढ़कर 1,193 करोड़ रुपये हो गई।
बैंक का शुद्ध ब्याज मार्जिन (एनआईएम) इस दौरान घटकर 2.61 प्रतिशत रह गया, जो एक वर्ष पूर्व इसी अवधि में 2.92 प्रतिशत था।
समीक्षाधीन तिमाही के दौरान बैंक की कुल जमाराशि में 10.65 प्रतिशत की वृद्धि हुई, तथा कम लागत वाले चालू एवं बचत खाता शेष की हिस्सेदारी घटकर 40.28 प्रतिशत रह गई।
बैंक के प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्यपालक अधिकारी रजनीश कर्नाटक ने कहा कि बैंक चालू वित्त वर्ष (2025-26) में 12-13 प्रतिशत की ऋण वृद्धि और 11-12 प्रतिशत की जमा वृद्धि का लक्ष्य बना रहा है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में बैंक का कुल कॉरपोरेट ऋण 60,000 करोड़ रुपये का है।
वित्त वर्ष 2024-25 के अंत तक बैंक का कुल पूंजी पर्याप्तता अनुपात 17.77 प्रतिशत रहा जबकि प्रमुख बफर स्तर 14.84 प्रतिशत रहा।
भारत और पाकिस्तान के बीच जारी सशस्त्र संघर्ष को देखते हुए बैंक के शीर्ष अधिकारी ने कहा कि बैंक ऑफ इंडिया साइबर सुरक्षा के संबंध में रिजर्व बैंक और ‘भारतीय कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया दल’ (सर्ट-इन) से मिली सलाह का पालन कर रहा है।
उन्होंने कहा कि वित्त मंत्रालय ने एटीएम में पर्याप्त नकदी रखने को सुनिश्चित करने के लिए भी परामर्श दिया है, जिसका पालन किया जा रहा है।
भाषा अनुराग प्रेम
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