प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में सतत बिजली आपूर्ति के लिए सौर ऊर्जा प्रणाली लगा रही बीएफआई
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में सतत बिजली आपूर्ति के लिए सौर ऊर्जा प्रणाली लगा रही बीएफआई
नयी दिल्ली, 19 दिसंबर (भाषा) जैव चिकित्सा में शोध एवं नवाचार को बढ़ावा देने वाले ब्लॉकचेन फॉर इम्पैक्ट (बीएफआई) ने प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों में बिजली की सतत आपूर्ति के लिए ‘एनर्जी फॉर हेल्थ’ कार्यक्रम शुरू किया है।
इस पहल के तहत बीएफआई ने सेलको फाउंडेशन और अन्य भागीदारों के साथ मिलकर 52 करोड़ रुपये के निवेश से पांच राज्यों के 10 पिछड़े और आकांक्षी जिलो में 1,300 स्वास्थ्य केंद्रों में सौर ऊर्जा प्रणाली, ऊर्जा-कुशल चिकित्सा उपकरण और रखरखाव प्रणाली स्थापित की हैं।
बीएफआई के बयान के अनुसार, यह प्रणाली मेघालय, मणिपुर, नगालैंड, कर्नाटक और ओड़िशा में ग्रामीण समुदायों के लिए भरोसेमंद और टिकाऊ स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रही है।
बयान में दावा किया गया है कि इस कार्यक्रम से अब तक 70 लाख से अधिक लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा, सुरक्षित प्रसूति और टीकाकरण की सुविधा मिली है। साथ ही अगले 20 साल में करीब 40,000 टन कार्बन उत्सर्जन में कमी आने का अनुमान है।
बीएफआई ने कहा कि इस कार्यक्रम से स्वास्थ्य केंद्रों में संचालन में 90 प्रतिशत सुधार, मरीजों के खर्च में 88 प्रतिशत कमी, टीकों के नुकसान में 83 प्रतिशत कमी और मासिक ऊर्जा लागत में 70 प्रतिशत तक की बचत हुई है।
ब्लॉकचेन फॉर इम्पैक्ट (बीएफआई) के संस्थापक संदीप नैलवाल ने कहा, “ऊर्जा की कमी को दूर करना ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा को मजबूत करने का सबसे तेज और सीधा रास्ता है। ऊर्जा की विश्वसनीयता से स्वास्थ्य सेवा वितरण और पहुंच में सुधार होता है, जिससे मरीजों के स्वास्थ्य में सुधार होता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह पहल दूरदराज के क्षेत्रों में मजबूत स्वास्थ्य सेवा प्रणालियों के विस्तार, कार्यान्वयन और दीर्घकालिक प्रभाव को समर्थन देने पर केंद्रित है।”
सेलको फाउंडेशन की निदेशक हुदा जाफर ने कहा, “लगातार स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए विश्वसनीय ऊर्जा आवश्यक है। बीएफआई के साथ हमारी साझेदारी ने कम सुविधा प्राप्त क्षेत्रों में सौर ऊर्जा के उपयोग को गति दी है और संचालन और रखरखाव तंत्र स्थापित किए हैं….। यह सहयोग प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों को मजबूत करता है।’’
बीएफआई ने कहा कि भविष्य में इस कार्यक्रम के जरिए 2027 तक पूरे भारत के 25,000 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में सौर ऊर्जा पहुंचाने की योजना है। इससे ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाएं अधिक टिकाऊ और भरोसेमंद बनेंगी।
भाषा
योगेश रमण
रमण

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