बिजली कर्मचारियों ने निजीकरण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया

बिजली कर्मचारियों ने निजीकरण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया

बिजली कर्मचारियों ने निजीकरण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया
Modified Date: February 16, 2024 / 03:48 pm IST
Published Date: February 16, 2024 3:48 pm IST

नयी दिल्ली, 16 फरवरी (भाषा) ऑल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन (एआईपीईएफ) की अगुवाई में बिजली क्षेत्र के कर्मचारियों ने शुक्रवार को देश के विभिन्न स्थानों पर विरोध प्रदर्शन किया।

एआईपीईएफ का यह प्रदर्शन बिजली क्षेत्र की संपत्तियों के निजीकरण की सरकारी नीतियों को खिलाफ था।

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एक बयान के मुताबिक बिजली कर्मचारियों के एक अन्य सगठन एनसीसीओईईई ने भी विरोध प्रदर्शन में भाग लिया।

एआईपीईएफ ने एनसीसीओईईई के साथ मिलकर निजीकरण की नीतियों के खिलाफ सभी बिजली केंद्रों और परियोजनाओं के मुख्यालयों पर बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किया।

एआईपीईएफ के चेयरमैन शैलेन्द्र दुबे ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा को सरकार की लिखित प्रतिबद्धता के बाद भी बिजली (संशोधन) विधेयक 2022 को रद्द करने की मांग का पालन नहीं किया गया है।

उन्होंने कहा कि इसके विपरीत उपभोक्ताओं के परिसर में प्रीपेड स्मार्ट मीटर अवैध रूप से लगाए गए हैं।

दुबे कहा कि बिजली मंत्रालय बिजली (संशोधन) नियमों के माध्यम से बिजली (संशोधन) विधेयक 2022 के निजीकरण के एजेंडे को आगे बढ़ा रहा है।

भाषा पाण्डेय रमण

रमण


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