परमाणु ऊर्जा पर जोर से बिजली के परंपरागत स्रोतों पर निर्भरता कम होगी: मनोहर लाल

परमाणु ऊर्जा पर जोर से बिजली के परंपरागत स्रोतों पर निर्भरता कम होगी: मनोहर लाल

परमाणु ऊर्जा पर जोर से बिजली के परंपरागत स्रोतों पर निर्भरता कम होगी: मनोहर लाल
Modified Date: February 1, 2025 / 07:30 pm IST
Published Date: February 1, 2025 7:30 pm IST

नयी दिल्ली, एक फरवरी (भाषा) केंद्रीय बिजली मंत्री मनोहर लाल ने शनिवार को कहा कि बजट में परमाणु ऊर्जा पर जोर से देश का बिजली ढांचा मजबूत होगा और बिजली के पारंपरिक स्रोतों पर निर्भरता कम होगी।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में देश में परमाणु ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए 20,000 करोड़ रुपये के परमाणु मिशन, कानूनी ढांचे में संशोधन करके निजी कंपनियों को शामिल करने और स्वदेशी तरीके से पांच छोटे मॉड्यूलर रिएक्टर के विकास के साथ कई कदमों की घोषणा की।

सीतारमण ने कहा कि परमाणु ऊर्जा मिशन के तहत 2047 तक कम से कम 100 गीगावाट का विकास हमारे ऊर्जा बदलाव प्रयासों के लिए आवश्यक है।

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बिजली मंत्री ने कहा कि 2047 तक कम से कम 100 गीगावाट परमाणु ऊर्जा विकसित करने का दृष्टिकोण स्वच्छ ऊर्जा की दिशा में भारत के महत्वाकांक्षी पर जरूरी बदलाव को रेखांकित करता है।

उन्होंने कहा कि परमाणु ऊर्जा पर ध्यान देने से देश का बिजली ढांचा मजबूत होगा और पारंपरिक स्रोतों पर निर्भरता कम होगी।

लाल ने परमाणु ऊर्जा मिशन शुरू किये जाने का स्वागत करते हुए कहा कि छोटे मॉड्यूलर रिएक्टर (एसएमआर) में अनुसंधान और विकास के लिए 20,000 करोड़ रुपये का आवंटन एक महत्वपूर्ण कदम है।

उन्होंने कहा कि 2033 तक कम से कम पांच स्वदेशी रूप से विकसित छोटे मॉड्यूलर रिएक्टर का संचालन देश की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करेगा और अत्याधुनिक परमाणु प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में देश की स्थिति को मजबूत करेगा।

मंत्री ने कहा कि 2025-26 का बजट बिजली क्षेत्र के लिए काफी महत्वपूर्ण है। यह परिवर्तनकारी सुधारों को आगे बढ़ाएगा जो देश की वृद्धि को गति देगा और एक सुरक्षित, टिकाऊ, मजबूत और किफायती ऊर्जा भविष्य का मार्ग प्रशस्त करेगा।

लिथियम-आयन बैटरी, सीसा, जस्ता और 12 अन्य महत्वपूर्ण खनिजों के कबाड़ को बुनियादी सीमा शुल्क (बीसीडी) से पूरी छूट की घोषणा पर मंत्री ने कहा, इससे देश में बैटरी के विनिर्माण के लिए उनकी उपलब्धता सुनिश्चित करने और युवाओं के लिए अधिक नौकरियां सृजित करने में मदद मिलेगी।

भाषा रमण अजय

अजय


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