खाद्य सुरक्षा नियम बनाते समय किसानों का ध्यान रखा जाए: कृषि मंत्री तोमर
खाद्य सुरक्षा नियम बनाते समय किसानों का ध्यान रखा जाए: कृषि मंत्री तोमर
नयी दिल्ली, 20 जुलाई (भाषा) केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बृहस्पतिवार को वैश्विक खाद्य नियामकों से कहा कि खाद्य सुरक्षा नियम बनाते समय किसानों को विचार विमर्श के केंद्र में रखा जाना चाहिए और सुनिश्चित किया जाना चाहिये कि उन्हें अपनी उपज का सही मूल्य मिले।
तोमर ने यहां वैश्विक खाद्य नियामक शिखर सम्मेलन 2023 को संबोधित करते हुए कहा कि भोजन हर व्यक्ति का बुनियादी अधिकार है और इसलिए, भोजन की उपलब्धता और वैश्विक खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है। शिखर सम्मेलन का आयोजन स्वास्थ्य मंत्रालय के तहत आने वाला भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) ने किया है।
मंत्री ने कहा कि भारत सरकार ने कृषि क्षेत्र में उत्पादन और उत्पादकता को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं और देश खाद्यान्न उत्पादन के मामले में अधिशेष की स्थिति में है। इसके साथ ही भारत वैश्विक खाद्य मांग की आवश्यकता को पूरा करने का भी प्रयास करता है।
उन्होंने वैश्विक खाद्य नियामकों से कहा कि खाद्य सुरक्षा मानक बनाते समय किसानों को विचार विमर्श के केंद्र में रहना चाहिए। किसान खाद्य उत्पादक हैं और उनके हितों की रक्षा के लिए यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि खेती लाभदायक हो।
तोमर ने कहा कि नियम बनाते समय यह ध्यान रखना जरूरी है कि उपभोक्ताओं को किफायती मूल्य पर अच्छी गुणवत्ता वाले खाद्य उत्पाद मिले और किसानों को भी उनकी उपज का सही मूल्य मिले।
उन्होंने मोटे अनाज के सकारात्मक गुणों जैसे अन्य फसलों की तुलना में कम पानी की खपत, प्रतिकूल जलवायु परिस्थितियों के प्रति सहिष्णु होना और उच्च पोषण मूल्य का जिक्र कर इसके उपयोग को बढ़ावा देने की पुरजोर वकालत की।
इस कार्यक्रम में नेपाल सरकार के कृषि एवं पशुधन विकास मंत्री बेदु राम भुसाल भी उपस्थित थे।
एक रिकॉर्ड किए गए वीडियो संदेश के माध्यम से, डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एदानोम गेब्रेसस ने इस पहले वैश्विक खाद्य नियामक शिखर सम्मेलन के आयोजन के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और एफएसएसएआई को बधाई दी।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें सामूहिक रूप से यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हर जगह हर किसी को सुरक्षित और पौष्टिक भोजन मिले।’’
एफएसएसएआई के सीईओ जी कमला वर्धन राव ने कहा कि सुरक्षित और पौष्टिक भोजन अच्छे स्वास्थ्य की कुंजी है, जबकि असुरक्षित भोजन से हर साल 60 करोड़ संक्रमण और 4.2 लाख मौतें होती हैं।
उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह सम्मेलन खाद्य सुरक्षा के महत्वपूर्ण पहलुओं पर विचार-मंथन करेगा और सुरक्षित खाद्य आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए नवीन समाधान लाएगा।
भाषा राजेश राजेश रमण
रमण

Facebook



