केले की पहली परीक्षण खेप नीदरलैंड को निर्यात: वाणिज्य मंत्रालय

केले की पहली परीक्षण खेप नीदरलैंड को निर्यात: वाणिज्य मंत्रालय

केले की पहली परीक्षण खेप नीदरलैंड को निर्यात: वाणिज्य मंत्रालय
Modified Date: November 10, 2023 / 08:56 pm IST
Published Date: November 10, 2023 8:56 pm IST

नयी दिल्ली, 10 नवंबर (भाषा) वाणिज्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि केले की पहली परीक्षण खेप नीदरलैंड को निर्यात की गई है।

मंत्रालय ने कहा कि केले के परीक्षण खेप के लिए, कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) ने तकनीकी सहायता को लेकर आईसीएआर-सेंट्रल इंस्टीट्यूट फॉर सबट्रॉपिकल हॉर्टिकल्चर (सीआईएसएच), लखनऊ का सहयोग लिया है। जबकि आईएनआई फार्म्स ने यूरोप में वितरण, और विपणन के लिए डेल मोंटे के साथ साझेदारी की है। वहीं ‘लॉजिस्टिक’ के लिए ‘मियर्स्क’ के साथ साझेदारी की गयी है।

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इसमें कहा गया है कि नीदरलैंड को केले के निर्यात से कीमतें बढ़ेंगी और अतत: किसानों की आय बढ़ेगी।

दुनिया का सबसे बड़ा केला उत्पादक होने के बावजूद, वैश्विक बाजार में भारत का निर्यात हिस्सा वर्तमान में केवल एक प्रतिशत है, हालांकि दुनिया में होने वाले तीन करोड़ 53.6 लाख टन केले के उत्पादन में देश की हिस्सेदारी 26.45 प्रतिशत है।

भारत ने वित्त वर्ष 2022-23 में 17.6 करोड़ डॉलर मूल्य के केले का निर्यात किया।

इसमें कहा गया है, ‘‘यूरोपीय बाजार में पहले परीक्षण खेप के साथ, यह अनुमान लगाया गया है कि भारत अगले पांच साल में एक अरब डॉलर से अधिक मूल्य के केले निर्यात करने में सक्षम हो सकता है।’’

भारतीय केले के प्रमुख निर्यात गंतव्यों में ईरान, इराक, संयुक्त अरब अमीरात, ओमान, उज्बेकिस्तान, सऊदी अरब, नेपाल, कतर, कुवैत, बहरीन, अफगानिस्तान और मालदीव जैसे देश शामिल हैं।

इसमें कहा गया है कि अमेरिका, रूस, जापान, जर्मनी, चीन, नीदरलैंड, ब्रिटेन और फ्रांस जैसे देशों में निर्यात के बड़े अवसर हैं।

इस वित्त वर्ष में निर्यात 30.3 करोड़ डॉलर से अधिक होने का अनुमान है।

आंध्र प्रदेश सबसे बड़ा केला उत्पादक राज्य है, इसके बाद महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश का स्थान है।

इन पांच राज्यों का वित्त वर्ष 2022-23 में देश के केला उत्पादन में सामूहिक रूप से लगभग 67 प्रतिशत का योगदान था।

केले का उत्पादन करने वाले अन्य राज्यों में गुजरात, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, असम, छत्तीसगढ़, ओडिशा, मिजोरम और त्रिपुरा शामिल हैं।

भाषा राजेश राजेश रमण

रमण


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