नयी दिल्ली, 12 मार्च (भाषा) गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (गोल्ड ईटीएफ) से बीते तीन महीनों में हुई निकासी के बाद फरवरी में निवेशकों ने इसमें शुद्ध रूप से 165 करोड़ रुपये डाले हैं। इसकी मुख्य वजह कीमती धातु के दामों में आई मामूली गिरावट है।
भारतीय म्यूचुअल फंड संघ (एम्फी) के आंकड़ों के अनुसार, निवेशकों ने गोल्ड ईटीएफ से जनवरी में 199 करोड़ रुपये की निकासी की थी। दिसंबर, 2022 में 273 करोड़ रुपये और नवंबर में 195 करोड़ रुपये की निकासी की गई थी। उससे पहले गोल्ड ईटीएफ में अक्टूबर में 147 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था।
मॉर्निंगस्टार इंडिया की वरिष्ठ विश्लेषक कविता कृष्णन ने कहा, ‘‘फरवरी में ज्यादातर बाजारों में निकासी का रुख देखने को मिला लेकिन भारत में गोल्ड ईटीएफ में निवेश हुआ है। इसकी मुख्य वजह सोने के दामों में मामूली सुधार होना है। जब भी दामों में गिरावट आती है तो ईटीएफ की मांग बढ़ जाती है।’’
उन्होंने कहा कि भारत में सोने की भौतिक मांग मोटे तौर पर त्योहारों और शादी-विवाह के मौसम पर निर्भर करती है। इसके अलावा समीक्षाधीन अवधि में इस श्रेणी में पोर्टफोलियो भी बढ़कर 46.94 लाख हो गए हैं।
निवेश के बावजूद गोल्ड ईटीएफ के प्रबंधन के तहत शुद्ध परिसंपत्तियां (एयूएम) जनवरी अंत के 21,836 करोड़ रुपये से घटकर फरवरी अंत में 21,400 करोड़ रुपये रह गईं।
वर्ष 2022 में गोल्ड ईटीएफ में कुल 459 करोड़ रुपये का निवेश आया जो 2021 के 4,814 करोड़ रुपये से 90 फीसदी कम है।
भाषा मानसी
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