नयी दिल्ली, 25 सितंबर (भाषा) वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) की महानिदेशक एन कलाईसेल्वी ने सोमवार को कहा कि मुख्य रूप से सरकार के ‘अरोमा मिशन’ के कारण किसानों की आय दोगुनी से अधिक हो गई है।
कलाईसेल्वी ने मंगलवार को वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद के 82वें स्थापना दिवस समारोह की तैयारियों के बारे में मीडिया से बातचीत में कहा कि सीएसआईआर किसानों की आय दोगुनी करने की दिशा में काम कर रहा है। अरोमा मिशन के तहत किसानों की आय 2.5 गुना बढ़ी है।
अरोमा मिशन को ‘बैंगनी क्रांति’ के नाम से भी जाना जाता है। योजना जम्मू-कश्मीर में क्रियान्वित की गयी। इसका उद्देश्य सुगंधित फसलों की खेती में लगे किसानों के लिये ग्रामीण रोजगार पैदा करना है।
मिशन का उद्देश्य सुगंधित तेलों और अन्य सुगंधित उत्पादों के विनिर्माण में उद्यमिता को बढ़ावा देना और आवश्यक तथा सुगंधित तेलों के आयात को कम करना है।
कलाईसेल्वी ने कहा कि ‘पर्पल यानी बैंगनी क्रांति’ के तहत लेमनग्रास (औषधीय पौधा) का निर्यात 600 गुना बढ़ गया है।
उन्होंने कार्यक्रम के दौरान पीटीआई-भाषा से अलग से बातचीत में कहा कि किसानों को न केवल बीज और पौधे उपलब्ध कराये गये हैं, बल्कि खेती की प्रक्रिया भी सिखाई गई है।
सीएसआईआर की महानिदेशक ने कहा, ‘‘केवल किसानों को ही नहीं, बल्कि उनके परिवारों को भी खेती के गुर सिखाये जा रहे हैं। हम पूरे परिवार का हाथ थामते हैं और वैज्ञानिक अब प्रयोगशाला में बैठकर निगरानी नहीं कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वैज्ञानिक अब किसानों तक पहुंच रहे हैं। वे धान के खेत या उस क्षेत्र में भी जाते हैं जहां फसल या पौधे उगाये जाते हैं और कटाई के बाद भी किसानों को जो भी मदद की आवश्यकता होती है, वैज्ञानिक उन्हें प्रदान करते हैं।’’
सीएसआईआर के स्थापना दिवस पर विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह मुख्य अतिथि होंगे। जबकि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के चेयरमैन एस सोमनाथ और अंतरिक्ष विभाग के सचिव स्थापना दिवस को संबोधित करेंगे।
कार्यक्रम में बारह विजेताओं को प्रतिष्ठित शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार-2022 दिया जाएगा
भाषा रमण अजय
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