मुंबई, 18 अक्टूबर (भाषा) भारत की सेवानिवृत्ति पेंशन व्यवस्था में वर्ष 2021 से मामूली सुधार हुआ है और इस मामले में 44 देशों की सूची 41वें स्थान पर है।
एक सर्वेक्षण के अनुसार, विश्लेषण की गई 44 देशों की सेवानिवृत्ति आय प्रणालियों में से भारत की प्रणाली 41वें स्थान पर है। भारत का समग्र सूचकांक मूल्य 44.4 था, जो 2021 में 43.3 था।
मर्सर सीएफए इंस्टीट्यूट ग्लोबल पेंशन इंडेक्स सर्वे (एमसीजीपीआई) 2022 के अनुसार, शुद्ध प्रतिस्थापन दर में वृद्धि यानी कमाई की जगह पेंशन के दायरे में अधिक लोगों के आने के कारण भारत की पेंशन प्रणाली में मुख्य रूप से सुधार आया है।
एमसीजीपीआई 44 वैश्विक पेंशन प्रणालियों का एक व्यापक अध्ययन है, जो दुनिया की 65 प्रतिशत आबादी के लिए जिम्मेदार है।
वैश्विक स्तर पर आइसलैंड इस रैंकिंग में शीर्ष स्थान पर है इसके बाद नीदरलैंड, डेनमार्क, इज़राइल, फिनलैंड और ऑस्ट्रेलिया का स्थान है।
एमसीजीपीआई के अनुसार, थाईलैंड 44वें जबकि फिलीपीन 43वें और अर्जेंटीना 42वें स्थान पर था।
रिपोर्ट में कहा गया कि भारत में सामाजिक सुरक्षा कवरेज के अभाव के कारण निजी पेंशन व्यवस्था के तहत कवरेज को बढ़ाकर पर्याप्त और स्थिरता उप-सूचकांक में उल्लेखनीय सुधार किया जा सकता है।
इसके अलावा निजी पेंशन योजनाओं के लिए उच्च स्तर की सुरक्षा प्रदान करने के लिए भारत में विनियमों को भी मजबूत किया जा सकता है, जो प्रणाली की प्रामाणिकता को बढ़ाएगा।
भाषा जतिन रमण
रमण
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)