इन्फोसिस के निदेशक मंडल ने 18,000 करोड़ रुपये के शेयर पुनर्खरीद को मंजूरी दी

इन्फोसिस के निदेशक मंडल ने 18,000 करोड़ रुपये के शेयर पुनर्खरीद को मंजूरी दी

इन्फोसिस के निदेशक मंडल ने 18,000 करोड़ रुपये के शेयर पुनर्खरीद को मंजूरी दी
Modified Date: September 11, 2025 / 10:39 pm IST
Published Date: September 11, 2025 10:39 pm IST

नयी दिल्ली, 11 सितंबर (भाषा) देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी सेवा कंपनी इन्फोसिस ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसके निदेशक मंडल ने 18,000 करोड़ रुपये के अपने सबसे बड़े शेयर पुनर्खरीद कार्यक्रम को मंजूरी दे दी।

इन्फोसिस ने शेयर बाजारों को दी सूचना में कहा कि निदेशक मंडल की बैठक में उसके सबसे बड़े शेयर पुनर्खरीद कार्यक्रम को मंजूरी दी गई। कंपनी इस कार्यक्रम पर आगे बढ़ने के लिए अब शेयरधारकों की मंजूरी लेगी।

कंपनी ने कहा कि पुनर्खरीद योजना के तहत वह प्रति शेयर 1,800 रुपये के भाव पर अपने शेयर खरीदेगी। यह भाव बृहस्पतिवार को बीएसई पर इन्फोसिस के शेयर के बंद भाव 1,509.50 रुपये की तुलना में करीब 19 प्रतिशत अधिक है।

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इन्फोसिस अपने शेयरधारकों से 10 करोड़ पूरी तरह चुकता इक्विटी शेयरों को वापस खरीदेगी जो इसकी कुल चुकता शेयर पूंजी का 2.41 प्रतिशत है।

शेयर पुनर्खरीद की प्रक्रिया में कंपनी खुले बाजार से अपने शेयर वापस खरीदती है। ऐसा करने से बाजार में शेयरों की संख्या घट जाती है जिससे बचे हुए शेयरों का मूल्य बढ़ सकता है और कंपनी की प्रति शेयर आय में सुधार होता है।

इन्फोसिस के इस कदम से शेयरधारकों को मूल्य लौटाने और निवेशकों के भरोसे को मजबूत करने में मदद मिलने की संभावना है। इस पुनर्खरीद कार्यक्रम का आकार कंपनी के पिछले सभी प्रयासों से बड़ा है।

इन्फोसिस ने इसके पहले वर्ष 2017, 2019, 2021 और 2022 में भी शेयरों की पुनर्खरीद की थी। वर्ष 2022 में कंपनी ने लगभग 9,300 करोड़ रुपये के शेयर वापस खरीदे थे जबकि 2021 में पुनर्खरीद का आकार करीब 9,200 करोड़ रुपये था।

इन्फोसिस का बाजार पूंजीकरण इस समय करीब छह लाख करोड़ रुपये है।

भाषा प्रेम

प्रेम रमण

रमण

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