नयी दिल्ली, 11 जनवरी (भाषा) देश की दूसरी सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) सेवा कंपनी इन्फोसिस का चालू वित्त वर्ष 2023-24 की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) का एकीकृत शुद्ध लाभ ग्राहकों की ओर से कमजोर मांग की वजह से 7.3 प्रतिशत घटकर 6,106 करोड़ रुपये रहा है। एक साल पहले समान तिमाही में कंपनी ने 6,586 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था।
इन्फोसिस ने शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि समीक्षाधीन तिमाही में उसकी परिचालन आय 1.3 प्रतिशत बढ़कर 38,821 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 38,318 करोड़ रुपये थी।
कंपनी को इस तिमाही में कुल 3.2 अरब डॉलर के ऑर्डर मिले। इनमें एक बड़ा सौदा शामिल है।
इन्फोसिस के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक सलिल पारेख ने कहा, “तीसरी तिमाही में हमारा प्रदर्शन मजबूत रहा। 3.2 अरब डॉलर के ऑर्डर मिले। यह नौ तिमाहियों में अबतक का सबसे बड़ा ऑर्डर है।”
इन्फोसिस ने चालू वित्त वर्ष के लिए अपने राजस्व वृद्धि के अनुमान को संशोधित कर 1-2.5 प्रतिशत से 1.5-2 प्रतिशत कर दिया है।
कंपनी के अनुसार, उसके निदेशक मंडल ने बेंगलुरु स्थित सेमीकंडक्टर डिजाइन सेवा प्रदाता इनसेमी का करीब 280 करोड़ रुपये में अधिग्रहण करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
इन्फोसिस ने शेयर बाजार को दी जानकारी में बताया कि इनसेमी का अधिग्रहण वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही तक पूरा होने की उम्मीद है।
इन्फोसिस के कर्मचारियों की संख्या सालाना आधार पर लगभग सात प्रतिशत घटकर 3,22,663 रह गई। यह इससे पिछली तिमाही की तुलना में लगभग 1.8 प्रतिशत कम है।
इन्फोसिस के मुख्य वित्त अधिकारी नीलंजन रॉय ने कहा कि कंपनी कर्मचारियों के ‘इस्तेमाल’ पर निगाह रखेगी। उन्होंने संकेत दिया है कि मांग के अभाव में कंपनी संभवत: शिक्षण संस्थानों में जाकर भर्ती (कैंपस हायरिंग) नहीं करेगी।
भाषा अजय अनुराग
अजय
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