इक्विटी एमएफ में निवेश फरवरी मे 26 प्रतिशत घटा, एसआईपी तीन महीने के निचले स्तर पर

इक्विटी एमएफ में निवेश फरवरी मे 26 प्रतिशत घटा, एसआईपी तीन महीने के निचले स्तर पर

इक्विटी एमएफ में निवेश फरवरी मे 26 प्रतिशत घटा, एसआईपी तीन महीने के निचले स्तर पर
Modified Date: March 12, 2025 / 05:44 pm IST
Published Date: March 12, 2025 5:44 pm IST

नयी दिल्ली, 12 मार्च (भाषा) शेयर बाजार में जारी उतार-चढ़ाव के बीच स्मॉलकैप एवं मिडकैप योजनाओं में निवेश घटने से फरवरी के दौरान म्यूचुअल फंड योजनाओं में प्रवाह 26 प्रतिशत गिरकर 29,303 करोड़ रुपये रह गया। उद्योग निकाय एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) ने बुधवार को यह जानकारी दी।

इक्विटी फंड के निवेश में गिरावट का यह लगातार दूसरा महीना है। हालांकि, लगातार 47वें महीने म्यूचुअल फंड योजनाओं में शुद्ध प्रवाह सकारात्मक बना रहा है।

इसके साथ ही व्यवस्थित निवेश योजना (एसआईपी) के तौर पर फरवरी में 25,999 करोड़ रुपये का निवेश हुआ, जो तीन महीने का निचला स्तर है। इससे पहले जनवरी में एसआईपी प्रवाह 26,400 करोड़ रुपये और दिसंबर में 26,459 करोड़ रुपये रहा था।

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मिराए एसेट इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स (इंडिया) में वितरण और रणनीतिक गठबंधन प्रमुख सुरंजना बोरठाकुर ने कहा, ‘‘एसआईपी प्रवाह में कमी आई है लेकिन यह गिरावट महत्वपूर्ण नहीं है। इसकी वजह यह है कि फरवरी का महीना जनवरी के मुकाबले आंशिक रूप से छोटा होता है।’’

एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, इक्विटी में निवेश करने वाली म्यूचुअल फंड योजनाओं में पिछले महीने 29,303 करोड़ रुपये का प्रवाह देखा गया, जो जनवरी में दर्ज 39,688 करोड़ रुपये और दिसंबर, 2024 में दर्ज 41,156 करोड़ रुपये के मुकाबले काफी कम है।

हालांकि, बाजार की अनिश्चितता बढ़ने और शेयर कीमतों में खासी गिरावट के कारण पिछले महीने की तुलना में निवेश की गति धीमी रही।

मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट रिसर्च इंडिया के वरिष्ठ विश्लेषक नेहल मेश्राम ने कहा, ‘‘अल्पकालिक प्रतिकूल परिस्थितियों ने निवेश प्रवाह को धीमा कर दिया है, लेकिन घरेलू निवेशकों का भरोसा मजबूत बना हुआ है। निवेशक सतर्क लेकिन स्थिर दृष्टिकोण अपना रहे हैं और अपने पोर्टफोलियो का पुनर्मूल्यांकन कर रहे हैं।’’

म्यूचुअल फंड निवेश में तीव्र गिरावट की मुख्य वजह मिडकैप और स्मॉल-कैप कोष में होने वाले निवेश में आई कटौती रही। यह फरवरी में क्रमशः 3,406 करोड़ रुपये और 3,722 करोड़ रुपये रहा, जबकि जनवरी में यह क्रमश: 5,147 करोड़ रुपये और 5,720 करोड़ रुपये था।

लार्जकैप फंड में कुल निवेश भी हल्की गिरावट के साथ 2,866 करोड़ रुपये रहा जो जनवरी में 3,063 करोड़ रुपये था।

इक्विटी श्रेणियों में क्षेत्र या विषयवस्तु आधारित फंड में सबसे अधिक 5,711 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश हुआ, जिसके बाद फ्लेक्सी कैप फंड में 5,104 करोड़ रुपये का निवेश हुआ।

इक्विटी के अलावा गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) में निवेश भी घटकर 1,980 करोड़ रुपये रहा जबकि जनवरी में यह 3,751 करोड़ रुपये था।

हालांकि, बॉन्ड-आधारित डेट फंड में फरवरी के दौरान 6,525 करोड़ रुपये की निकासी दर्ज की गई जबकि जनवरी में इसमें 1.28 लाख करोड़ रुपये का निवेश आया था।

कुल मिलाकर, म्यूचुअल फंड ने समीक्षाधीन महीने में 40,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश आकर्षित किया जबकि जनवरी में 1.87 लाख करोड़ रुपये का बड़ा निवेश आया था।

इस गिरावट की वजह से म्यूचुअल फंड कंपनियों के प्रबंधन के तहत कुल परिसंपत्तियां फरवरी के अंत में 64.53 लाख करोड़ रुपये रह गईं, जबकि जनवरी में यह 67.25 लाख करोड़ रुपये थीं।

भाषा प्रेम प्रेम अजय

अजय


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