कोटक महिंद्रा बैंक पर ऑनलाइन ग्राहक जोड़ने, नए क्रेडिट कार्ड जारी करने पर रोक लगी |

कोटक महिंद्रा बैंक पर ऑनलाइन ग्राहक जोड़ने, नए क्रेडिट कार्ड जारी करने पर रोक लगी

कोटक महिंद्रा बैंक पर ऑनलाइन ग्राहक जोड़ने, नए क्रेडिट कार्ड जारी करने पर रोक लगी

:   Modified Date:  April 24, 2024 / 06:16 PM IST, Published Date : April 24, 2024/6:16 pm IST

मुंबई, 24 अप्रैल (भाषा) भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने आईटी मानदंडों का बार-बार अनुपालन न करने की वजह से बुधवार को कोटक महिंद्रा बैंक को ऑनलाइन एवं मोबाइल बैंकिंग के जरिये नए ग्राहक जोड़ने और क्रेडिट कार्ड जारी करने से तत्काल प्रभाव से रोक दिया।

आरबीआई ने एक बयान में कहा कि कोटक महिंद्रा बैंक के आईटी जोखिम प्रबंधन, सूचना सुरक्षा संचालन में ‘‘गंभीर कमियां’’ पाए जाने पर ये कार्रवाइयां की गई हैं।

बयान के मुताबिक, वर्ष 2022 और 2023 के लिए बैंक की सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) जांच से उत्पन्न महत्वपूर्ण चिंताओं और इन चिंताओं से समय पर तथा सही तरीके से निपटने में बैंक के लगातार नाकाम रहने के बाद यह कदम उठाना जरूरी हो गया था।

आरबीआई ने दिसंबर, 2020 में बार-बार प्रौद्योगिकी संबंधी खराबी सामने आने पर एचडीएफसी बैंक पर भी नए कार्ड जारी करने और नई डिजिटल पहल शुरू करने पर रोक लगा दी थी। हालांकि मार्च, 2022 में यह रोक हटा दी गई थी।

कोटक महिंद्रा बैंक के खिलाफ कार्रवाई के संबंध में आरबीआई ने कहा, ‘‘आईटी आंकड़ा प्रबंधन, उपयोगकर्ता पहुंच प्रबंधन, विक्रेता जोखिम प्रबंधन, आंकड़ों की सुरक्षा और आंकड़ा लीक रोकथाम रणनीति, व्यापार निरंतरता तथा संकट के बाद पटरी पर लौटने की कवायद आदि क्षेत्रों में गंभीर कमियां और गैर-अनुपालन देखे गए।’’

ऐसी स्थिति में निजी क्षेत्र के बैंक को तत्काल प्रभाव से अपने ऑनलाइन तथा मोबाइल बैंकिंग के जरिए नए ग्राहकों को जोड़ने और नए क्रेडिट कार्ड जारी करने से ‘‘रोकने तथा बंद करने’’ का निर्देश दिया गया है।

आरबीआई ने कहा, ‘‘ हालांकि, बैंक अपने मौजूदा ग्राहकों सहित क्रेडिट कार्ड धारकों को सेवाएं देना जारी रखेगा।’’

बयान में कहा गया कि लगातार दो वर्षों तक, नियामक दिशानिर्देशों के तहत निर्धारित शर्तों के विपरीत बैंक में आईटी जोखिम और सूचना सुरक्षा संचालन में कमी पायी गयी।

आरबीआई की पूर्व-अनुमति के साथ बैंक द्वारा शुरू किए जाने वाले एक व्यापक बाहरी ऑडिट के पूरा होने पर इन पाबंदियों की समीक्षा की जाएगी। रिजर्व बैंक की संतुष्टि के लिए बाहरी ऑडिट के साथ-साथ आरबीआई निरीक्षणों में की गई टिप्पणियों में इंगित की गई खामियों को भी दूर किया जाएगा।

केंद्रीय बैंक ने कहा कि किसी भी अन्य नियामक, पर्यवेक्षी या प्रवर्तन कार्रवाई से प्रभावित हुए बिना ये कार्रवाइयां की गईं। इन्हें रिजर्व बैंक द्वारा किसी भी बैंक के खिलाफ शुरू किया जा सकता है।

भाषा निहारिका प्रेम

प्रेम

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)