एसईए को मोदी को पत्र, सस्ते खाद्य तेलों के आयात को नियंत्रित करने का आग्रह

एसईए को मोदी को पत्र, सस्ते खाद्य तेलों के आयात को नियंत्रित करने का आग्रह

एसईए को मोदी को पत्र, सस्ते खाद्य तेलों के आयात को नियंत्रित करने का आग्रह
Modified Date: February 10, 2025 / 09:03 pm IST
Published Date: February 10, 2025 9:03 pm IST

नयी दिल्ली, 10 फरवरी (भाषा) खाद्य तेल उद्योग संगठन एसईए ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर नेपाल और अन्य सार्क देशों से सस्ते खाद्य तेलों के आयात को नियंत्रित करने के लिए कदम उठाने का आग्रह किया।

प्रधानमंत्री और अन्य वरिष्ठ मंत्रियों को छह फरवरी को लिखे पत्र में ‘सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए)’ ने कहा कि साफ्टा (दक्षिण एशियाई मुक्त व्यापार क्षेत्र) समझौते के तहत शून्य शुल्क पर खाद्य तेलों का आयात भारत के हितों को नुकसान पहुंचा रहा है।

एसईए के अध्यक्ष संजीव अस्थाना ने पत्र में कहा, ‘हम एक बार फिर नेपाल से भारत में रिफाइंड सोयाबीन तेल और पाम तेल के बड़े पैमाने पर आयात की ओर आपका ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं, जिसमें उत्पत्ति के नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है, जिससे घरेलू रिफाइनर और किसान गंभीर रूप से प्रभावित हो रहे हैं तथा सरकार को राजस्व की हानि हो रही है।’

 ⁠

उन्होंने कहा, ‘नेपाल से साफ्टा समझौते के तहत शून्य शुल्क पर खाद्य तेल का आयात से न केवल उत्तरी और पूर्वी भारत में असर पड़ रहा है, बल्कि अब यह दक्षिणी और मध्य भारत को भी प्रभावित कर रहा है।’

एसईए ने कहा कि साफ्टा समझौते के तहत शुल्क लाभ को देखते हुए बाजार सूत्रों का मानना है कि नेपाल से भारत में प्रति माह कम से कम 50,000 से 60,000 टन रिफाइंड तेल आयात होगा।

भाषा

योगेश अजय

अजय


लेखक के बारे में