निवेश और नवाचार के लिए वैश्विक केंद्र के रूप में उभर रहा मध्यप्रदेश : मुख्यमंत्री यादव
निवेश और नवाचार के लिए वैश्विक केंद्र के रूप में उभर रहा मध्यप्रदेश : मुख्यमंत्री यादव
(फाइल फोटो के साथ)
भोपाल, 14 फरवरी (भाषा) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शुक्रवार को कहा कि राज्य ‘औद्योगिक निवेश और रणनीतिक नवाचार के वैश्विक केंद्र’ के रूप में उभर रहा है। उन्होंने कहा कि और शहर में 24 फरवरी से होने वाला ‘वैश्विक निवेशक सम्मेलन -2025’ न केवल अपने भव्य पैमाने बल्कि अपने नए औद्योगिक नजरिए के लिए भी चर्चा में है।
मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि अबतक सिर्फ प्रशासनिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में पहचाना जाने वाला भोपाल निवेश और व्यापार के लिए रुचि का एक नया वैश्विक केंद्र बन जाएगा।
भोपाल में पहली बार आयोजित हो रहे दो दिवसीय शिखर सम्मेलन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे।
यादव ने कहा कि इस साल के निवेशक सम्मेलन को ‘नीति-संचालित निवेश शिखर सम्मेलन’ के नए मॉडल के साथ डिजायन किया गया है। राज्य सरकार की आसान और पारदर्शी उद्योग-अनुकूल नीतियां निवेशकों को आकर्षित कर रही हैं।
एक बयान के अनुसार, राज्य सरकार पहली बार 20 से अधिक नीतियों को एक साथ पेश कर रही है, जिससे निवेशकों को हर क्षेत्र में स्पष्ट रणनीति और अवसरों की तस्वीर मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जीआईएस एक पारंपरिक सम्मेलन से आगे बढ़कर ‘केंद्रित निवेश चर्चा’ का मंच बन जाएगा। सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी), कपड़ा, फार्मा, वाहन, इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) और अक्षय ऊर्जा सहित प्रत्येक क्षेत्र के लिए अलग-अलग सत्र होंगे, जिसमें उद्योग जगत के नेताओं और सरकार के बीच सीधा संवाद और क्षेत्र-विशिष्ट समझौते होंगे।
यादव ने कहा कि निवेशक सम्मेलन में पहली बार ‘औद्योगिक प्रदर्शनी’ और ‘मेक इन एमपी’ (मध्यप्रदेश में निर्माण करो) को जोड़ा गया है।
उन्होंने कहा कि सम्मेलन एक ‘जीरो वेस्ट’ शिखर सम्मेलन होगा। आयोजन स्थल पर सिर्फ ‘इलेक्ट्रिक वाहनों’ का उपयोग किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरा सम्मेलन कागज रहित संचालन, कृत्रिम मेधा (एआई) आधारित बातचीत और डिजिटल प्रौद्योगिकी शामिल होगी। “सम्मेलन न केवल बड़े निवेशकों के लिए बल्कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) और स्टार्टअप के लिए भी बड़े अवसर लेकर आ रहा है।”
उन्होंने कहा कि स्थानीय उद्यमों को वैश्विक निवेशकों और प्रौद्योगिकी भागीदारों से जोड़ने के लिए एक कार्ययोजना तैयार की गई है, जिससे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में उनके विस्तार में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि राज्य की राजधानी के आसपास के औद्योगिक क्षेत्र जैसे मंडीदीप, गोविंदपुरा, बगरोदा, पीलूखेड़ी और अन्य औद्योगिक केंद्रों को समिट से होने वाले नए निवेश, नई तकनीक और वैश्विक गठजोड़ का लाभ मिलेगा।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में मध्यप्रदेश अब सिर्फ ‘संभावनाओं का राज्य’ नहीं रह गया है, बल्कि ‘औद्योगिक क्रांति का अगला केंद्र’ बन गया है।
भाषा दिमो खारी अनुराग
अनुराग

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