मोदी आजादी का अमृत महोत्सव के तहत कर्ज पोर्टल, सिक्का जारी करेंगे |

मोदी आजादी का अमृत महोत्सव के तहत कर्ज पोर्टल, सिक्का जारी करेंगे

मोदी आजादी का अमृत महोत्सव के तहत कर्ज पोर्टल, सिक्का जारी करेंगे

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:39 PM IST, Published Date : May 30, 2022/6:59 pm IST

नयी दिल्ली, 30 मई (भाषा) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छह जून को ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत एक सप्ताह तक चलने वाले विशेष समारोह का उद्घाटन करेंगे। इस दौरान वित्त और कंपनी मामलों के मंत्रालय कर्ज से संबंधित पोर्टल ‘जन समर्थ’ की शुरुआत के अलावा उठाये गये विभिन्न कदमों के बारे में अवगत कराया जाएगा।

इस समारोह के बारे में जानकारी देते हुए सोमवार को आर्थिक मामलों के सचिव अजय सेठ ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत ‘डिजाइन’ किये गये सिक्कों की विशेष श्रृंखला भी जारी करेंगे। यह कोई स्मारक सिक्का नहीं होगा बल्कि यह बाजार में चलन में मौजूद मुद्रा का ही हिस्सा होगा।

इस मौके पर वित्तीय सेवा सचिव संजय मल्होत्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री इस साप्ताहिक समारोह के पहले दिन आठ सरकारी विभागों की कर्ज से संबंधित 13 योजनाओं के लिए पोर्टल ‘जन समर्थ’ भी शुरू करेंगे।

उन्होंने कहा, ‘‘आने वाले समय में हम योजनाओं की संख्या बढ़ाने की कोशिश करेंगे। साथ ही इस पोर्टल के माध्यम से बैंक कर्ज आवेदनों का प्रसंस्करण भी कर सकेंगे।’’

मल्होत्रा ने कहा कि इस पोर्टल को उद्यम, जीएसटीएन और भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) के पोर्टल से भी जोड़ा जाएगा।

इसके अलावा आठ जून को देश के सभी जिलों में कर्ज सुलभ कराने को लेकर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। ये कार्यक्रम विभिन्न सरकारी कार्यक्रमों, संरक्षण योजनाओं के तहत पंजीकरण, कर्ज से जुड़ी योजना और वित्तीय साक्षरता से जुड़े होंगे।

‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत आयोजित किए जा रहे ‘आइकॉनिक वीक’ समारोह में आठ जून को भारत में प्रतिभूति बाजार के विकास पर एक वृत्तचित्र जारी किया जाएगा। वहीं 11 जून को राष्ट्रीय सीमा शुल्क और जीएसटी संग्रहालय ‘धरोहर’ को राष्ट्र को समर्पित किया जाएगा।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 10 जून को ‘बाजार के माध्यम से धन का सृजन’ विषय पर आयोजित सम्मेलन का उद्घाटन करेंगी। इसमें मोटे तौर पर पांच विषयों पर चर्चा होगी। इसमें पिछले 75 साल में भारतीय पूंजी बाजार का विकास, उभरते स्वतंत्र निवेशक के रूप में महिलाएं, बाजार के भरोसे को सुधारने में सरकार तथा अन्य बाजार से जुड़े प्रतिभागियों की भूमिका, वित्तीय साक्षरता और वित्तीय कल्याण का मार्ग एवं भारतीय पूंजी बाजार का भविष्य शामिल हैं।

भाषा

रमण प्रेम

प्रेम

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)