नवीकरणीय ऊर्जा की 40 गीगावाट से अधिक परियोजनाएं बिजली खरीद समझौतों पर हस्ताक्षर की प्रक्रिया में
नवीकरणीय ऊर्जा की 40 गीगावाट से अधिक परियोजनाएं बिजली खरीद समझौतों पर हस्ताक्षर की प्रक्रिया में
नयी दिल्ली, 22 अक्टूबर (भाषा) नवीकरणीय ऊर्जा की 40 गीगावाट से अधिक परियोजनाएं बिजली खरीद समझौतों पर हस्ताक्षर होने की अंतिम प्रकिया में है जिसके पूरा होने पर देश की गैर-जीवाश्म ईंधन आधारित बिजली उत्पादन क्षमता जल्द ही 300 गीगावाट तक पहुंच जाएगी। बुधवार को आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई।
भारत की गैर-जीवाश्म ईंधन आधारित क्षमता 30 सितंबर तक 256 गीगावाट थी जिसमें 50 गीगावाट बड़ी पनबिजली और 8.78 गीगावाट परमाणु ऊर्जा शामिल है।
बयान के अनुसार, 40 गीगावाट से अधिक नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाएं बिजली खरीद समझौतों, बिजली बिक्री समझौतों पर हस्ताक्षर करने और पारेषण संपर्क सुनिश्चित करने के उन्नत चरणों में हैं। अतिरिक्त परियोजनाओं से देश की कुल गैर-जीवाश्म ईंधन आधारित बिजली उत्पादन क्षमता लगभग 300 गीगावाट हो जाएगी, जिससे 2030 तक 500 गीगावाट नवीकरणीय क्षमता हासिल करने के लक्ष्य को तेजी मिलेगी।
आधिकारिक सूत्र ने पहले बताया था कि पहले से स्वीकृत लगभग 40 गीगावाट क्षमता वाली नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं का क्रियान्वयन बिजली खरीद समझौतों (पीएसए) के अभाव में रुका हुआ है।
नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) ने कहा, ‘‘ भारत में नवीकरणीय ऊर्जा का विकास दुनिया में सबसे तेज गति से हो रहा है, जो बहु-मार्गीय विस्तार से प्रेरित है। 40 गीगावाट से अधिक स्वीकृत नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाएं वर्तमान में पीपीए, पीएसए या पारेषण संपर्क हासिल करने के उन्नत चरणों में हैं।’’
भाषा निहारिका अजय
अजय

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