उच्च शिक्षा के लिए सबसे ज्यादा कनाडा, अमेरिका, ब्रिटेन जाते हैं भारतीय छात्र: नीति आयोग रिपोर्ट
उच्च शिक्षा के लिए सबसे ज्यादा कनाडा, अमेरिका, ब्रिटेन जाते हैं भारतीय छात्र: नीति आयोग रिपोर्ट
नयी दिल्ली, 22 दिसंबर (भाषा) उच्च शिक्षा के लिए भारतीय छात्र सबसे ज्यादा कनाडा, अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और जर्मनी जाते हैं। नीति आयोग की सोमवार को जारी एक रिपोर्ट में यह कहा गया।
‘भारत में उच्च शिक्षा का अंतरराष्ट्रीयकरण शीर्षक से जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि 2024 में, कनाडा 4,27,000 भारतीय छात्रों के साथ शीर्ष अंतरराष्ट्रीय उच्च शिक्षा गंतव्य था। इसके बाद अमेरिका (3,37,630), ब्रिटेन (1,85,000) ऑस्ट्रेलिया (1,22,202) और जर्मनी (42,997) का स्थान रहा।
इसमें कहा गया है कि भारत दुनिया में अंतरराष्ट्रीय छात्रों का सबसे बड़ा स्रोत देश है। 2024 में 13.35 लाख से अधिक छात्र विदेशों में अध्ययन कर रहे थे।
रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘2024 में भारत आने वाले प्रत्येक एक अंतरराष्ट्रीय छात्र के मुकाबले 28 भारतीय छात्र विदेश गए, जो देश के लिए एक महत्वपूर्ण प्रतिभा पलायन को दर्शाता है।’’
रिपोर्ट में भारत में विदेशी छात्रों के आगमन के बारे में 2021-22 के आंकड़े प्रस्तुत किए गए हैं।
इसमें कहा गया है कि 2021-22 में नेपाल, अफगानिस्तान, अमेरिका, बांग्लादेश और संयुक्त अरब अमीरात भारत में अंतरराष्ट्रीय छात्रों के शीर्ष स्रोत देश थे।
रिपोर्ट के अनुसार, कनाडा, अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया में 8.5 लाख भारतीय छात्र पढ़ते हैं। इन छात्रों ने 2023-2024 में उच्च शिक्षा पर 2.9 लाख करोड़ रुपये खर्च किए।
वहीं, लातविया में भारतीय छात्रों का प्रतिशत सबसे अधिक 17.4 है। उसके बाद आयरलैंड में 15.3 प्रतिशत और जर्मनी में 10.1 प्रतिशत है।
रिपोर्ट में 2020 के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा गया है कि राज्यों में, आंध्र प्रदेश से सबसे ज्यादा 35,614 छात्र पढ़ाई के लिए विदेश गए। उसके बाद पंजाब और महाराष्ट्र का स्थान रहा जहां से क्रमश: 33,412 और 29,079 छात्र उच्च शिक्षा के लिए विदेश गए।
रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय रिजर्व बैंक की विदेश में पढ़ने वाले भारतीय छात्रों के लिए उदारीकृत प्रेषण योजना के तहत 2014-24 के दौरान संबंधित देशों को भेजी गयी राशि 975 करोड़ रुपये से बढ़कर 29,000 करोड़ रुपये हो गयी।
भाषा रमण अजय
अजय

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