इनपुट टैक्स क्रेडिट दावों में धोखाधड़ी को देखते हुए सतर्क रुख रखने की जरूरत: अधिकारी

इनपुट टैक्स क्रेडिट दावों में धोखाधड़ी को देखते हुए सतर्क रुख रखने की जरूरत: अधिकारी

इनपुट टैक्स क्रेडिट दावों में धोखाधड़ी को देखते हुए सतर्क रुख रखने की जरूरत: अधिकारी
Modified Date: November 29, 2022 / 07:52 pm IST
Published Date: November 6, 2020 2:07 pm IST

कोलकता, छह नवंबर (भाषा) माल एवं सेवा कर (जीएसटी) प्रशासन के एक अधिकारी ने सोमवार को कहा कि जितनी संख्या में इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) दावों में धोखाधड़ी की जा रही है, उसे लेकर केंद्रीय जीएसटी विभाग को सतर्क रुख अपनाने की जरूरत है।

उद्योग मंडल सीआईआई के कार्यक्रम में उपायुक्त (उत्तर) सीजीएसटी, नवीन राणा ने कहा कि विभाग द्वारा आईटीसी को ब्लॉक करने के कई कारण हैं।

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राणा ने कहा, ‘‘बड़े स्तर पर जांच-पड़ताल के बाद आईटीसी को प्रतिबंधित किया जाता है। जीएसटी में जिस मात्रा में धोखाधड़ी हो रही है, उसको देखते हुए विभाग के लिये सतर्क रुख अपनाना जरूरी है।’’

उन्होंने कहा कि कई मामलों में पाया गया कि कच्चे माल की आपूर्ति करने वाले कोई अता-पता ही नहीं है। उसके बाद आइटीसी को रोका जाता है।

राणा ने कहा कि आईटीसी रोकने का दूसरा महत्वपूर्ण कारण आपूर्तिकर्ताओं द्वारा प्राय: समय पर रिटर्न जमा नहीं करना और कर भुगतान नहीं करना है।

अधिकारी ने कहा कि कई इकाई उच्च न्यायालय गये। उनका कहना है कि अगर आपूर्तिकर्ताओं ने अपने कर्तव्यों का निर्वहन नहीं किया है तो वे इस बात के लिये जवाबदेह नहीं है।

राणा ने कहा कि प्रभावित पक्षों को आईटीसी रूकने के कारणों का पता लगाने के लिये संबंधित विभाग से संपर्क करना चाहिए।

उन्होंने यह भी कहा कि जीएसटी व्यवस्था के तहत कारोबार चलाने के लिये आईटीसी जरूरी है।

भाषा

रमण महाबीर

महाबीर


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