चिली, पेरू के साथ प्रस्तावित व्यापार समझौतों पर अगले दौर की वार्ता अगस्त में

चिली, पेरू के साथ प्रस्तावित व्यापार समझौतों पर अगले दौर की वार्ता अगस्त में

चिली, पेरू के साथ प्रस्तावित व्यापार समझौतों पर अगले दौर की वार्ता अगस्त में
Modified Date: July 16, 2025 / 04:45 pm IST
Published Date: July 16, 2025 4:45 pm IST

नयी दिल्ली, 16 जुलाई (भाषा) भारत और दो दक्षिण अमेरिकी देशों चिली और पेरू के बीच प्रस्तावित व्यापार समझौतों पर अगले दौर की वार्ता अगस्त में होगी। एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।

दोनों देशों से अलग-अलग बातचीत जारी है।

अधिकारी ने बताया कि भारत-चिली के बीच दूसरे दौर की वार्ता जबकि भारत-पेरू के बीच आठवें दौर की वार्ता अगस्त में होगी।

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भारत और चिली ने मई में प्रस्तावित व्यापक मुक्त व्यापार समझौते पर पहले दौर की वार्ता की थी। दोनों देशों ने 2006 में एक तरजीही व्यापार समझौता (पीटीए) लागू किया था और अब एक व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (सीईपीए) के लिए इसके दायरे को बढ़ाने पर बातचीत जारी है।

इसके बाद सितंबर, 2016 में एक विस्तारित पीटीए पर हस्ताक्षर किए गए। यह 16 मई, 2017 को प्रभावी हो गया।

सीईपीए का उद्देश्य दोनों देशों के बीच मौजूदा पीटीए को आगे बढ़ाना है और डिजिटल सेवाओं, निवेश संवर्धन और सहयोग, एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम) और महत्वपूर्ण खनिजों सहित क्षेत्रों की एक व्यापक श्रृंखला को शामिल करना है।

चिली लातिनी अमेरिकी क्षेत्र में भारत का पांचवां सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। दूसरी ओर, पेरू लातिनी अमेरिका और कैरेबियाई क्षेत्रों में भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बनकर उभरा है।

चिली को भारत का मुख्य रूप से वाहनों और दवाओं का निर्यात करता है। चिली से भारत मुख्य रूप से खनिजों का आयात करता है। चिली से खनिज आयात का मूल्य करीब 1.58 अरब अमेरिकी डॉलर है। चिली से आयातित अन्य उत्पादों में तांबा और रसायन शामिल हैं।

भारत और चिली के बीच द्विपक्षीय व्यापार मामूली है। 2024-25 में चिली को भारत का निर्यात 2.46 प्रतिशत घटकर मात्र 1.15 अरब अमेरिकी डॉलर रह गया। हालाकि, आयात 72 प्रतिशत बढ़कर 2.60 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया।

पेरू को भारत के मुख्य निर्यात में मोटरसाइकिल और तिपहिया वाहन, पॉलिएस्टर एवं सूती धागे, दवाएं, लोहा व इस्पात उत्पाद, प्लास्टिक उत्पाद, रबड़, तेल और गैस उद्योग के लिए पाइप, टायर, पाइप आदि शामिल हैं। पेरू से भारत मुख्य रूप से सोना, तांबा, कैल्शियम फॉस्फेट और अंगूर का आयात करती है।

वित्त वर्ष 2024-25 में पेरू को भारत का निर्यात करीब नौ प्रतिशत बढ़कर एक अरब अमेरिकी डॉलर हो गया, जबकि आयात 60 प्रतिशत बढ़कर 4.98 अरब डॉलर रहा।

भाषा निहारिका अजय

अजय


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