Nifty Share Price: शेयर बाजार में तेजी की उम्मीद! निफ्टी में 26,000 तक उछाल की संभावना, जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट

Nifty Share Price: शेयर बाजार में तेजी की उम्मीद! निफ्टी में 26,000 तक उछाल की संभावना, जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट

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  • Publish Date - March 31, 2025 / 06:36 PM IST,
    Updated On - March 31, 2025 / 06:36 PM IST

(Nifty Share Price, Image Source: IBC24)

HIGHLIGHTS
  • निफ्टी का टारगेट 26,000 तक, हिमांशु कोहली का अनुमान
  • मिड से लंबी अवधि का आउटलुक सकारात्मक, लेकिन अस्थिरता की संभावना
  • वैश्विक संकेतों और आय में उछाल से रैली फिर से गति पकड़ सकती है

Nifty Share Price: क्लाइंट एसोसिएट्स के को-फाउंडर हिमांशु कोहली का कहना है कि निफ्टी का मौजूदा स्तर 23,500 है और वह अनुमान लगाते हैं कि साल के अंत तक निफ्टी 26,000 तक जा सकता है। हालांकि, उन्होंने यह भी बताया कि आने वाले समय में बाजार में सुधार की संभावना है और निवेशकों को ओवरबॉट सेगमेंट में मुनाफावसूली पर ध्यान देना चाहिए, खासकर छोटे और मध्यम-कैप स्टॉक्स में।

शेयर बाजार में लंबी अवधि के लिए अच्छे संकेत

कोहली का कहना है कि मिड से लंबी अवधि का आउटलुक पॉजिटिव है, लेकिन निकट भविष्य में अस्थिरता की संभावना हो सकती है। घरेलू खपत, निवेश चक्र, कच्चे तेल, मुद्रास्फीति और भू-राजनीतिक जोखिम जैसी चीजों को ध्यान में रखते हुए बाजार में उतार-चढ़ाव हो सकता है। लंबी अवधि में शेयर बाजार की स्थिति अच्छी बनी हुई है, लेकिन आगे की रैली के लिए कुछ और बातों का ध्यान रखना होगा। सबसे पहले, कंपनियों की आय में सुधार होना चाहिए ताकि यह साबित हो सके कि वे वास्तव में अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं। दूसरा, अमेरिका द्वारा लगाए गए उच्च टैरिफ को लेकर स्पष्टता होनी चाहिए ताकि व्यापार और अर्थव्यवस्था पर इसका असर साफ हो सके।

फेड नीति और व्यापक आर्थिक स्थिरता तय करेंगी भारतीय बाजारों की दिशा

कोहली के अनुसार, आय वितरण, फेड नीति और व्यापक आर्थिक स्थिरता भारतीय बाजारों के लिए दिशा तय करेंगे। व्हाइट हाउस में डोनाल्ड ट्रंप की वापसी वैश्विक व्यापार और टैरिफ नीतियों में कुछ अनिश्चितता ला सकती है, लेकिन भारत की व्यापक व्यापार साझेदारी और आर्थिक लचीलापन एक बफर प्रदान करेगा। कोहली का मानना है कि बाजार में समेकन हो सकता है या फिर स्टॉक/सेक्टर स्पेसिफिक तेजी आ सकती है। यदि वैश्विक संकेत सकारात्मक रहते हैं और आय में उछाल आता है, तो रैली नए सिरे से गति पकड़ सकती है।

नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।

हिमांशु कोहली के अनुसार निफ्टी का टारगेट क्या है?

हिमांशु कोहली का अनुमान है कि साल के अंत तक निफ्टी 26,000 तक पहुंच सकता है।

निवेशकों को किस पर ध्यान देना चाहिए?

निवेशकों को ओवरबॉट सेगमेंट में मुनाफावसूली पर ध्यान देना चाहिए, खासकर छोटे और मध्यम-कैप स्टॉक्स में।

भारतीय बाजारों में किस कारक से दिशा तय होगी?

आय वितरण, फेड नीति और व्यापक आर्थिक स्थिरता भारतीय बाजारों की दिशा तय करेंगे।