ई-श्रम कार्ड धारकों के खाते में अब नहीं आएंगे पैसे? जानें क्या है इसका सच

योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath) ने यूपी के ई-श्रम कार्ड (e SHRAM Card) धारक श्रमिकों के बैंक खातों में 500 रुपये प्रति माह के हिसाब से मार्च तक 2000 रुपये डालने का एलान किया था।

ई-श्रम कार्ड धारकों के खाते में अब नहीं आएंगे पैसे?  जानें क्या है इसका सच

e SHRAM Card

Modified Date: November 29, 2022 / 08:26 pm IST
Published Date: January 10, 2022 3:36 pm IST

लखनऊ। योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath) ने यूपी के ई-श्रम कार्ड (e SHRAM Card) धारक श्रमिकों के बैंक खातों में 500 रुपये प्रति माह के हिसाब से मार्च तक 2000 रुपये डालने का एलान किया था। इस योजना के तहत राज्य के डेढ़ करोड़ श्रमिकों के खातों में दिसंबर-जनवरी का 1000 रुपये डाल भी दिए गए, हालांकि अब विधानसभा चुनाव की तारीखों (UP Election Dates) के ऐलान के साथ आदर्श आचार संहिता लागू हो चुकी है, ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या इन श्रमिकों के खाते में फरवरी-मार्च के पांच-पांच सौ रुपये आएंगे? या नहीं।

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बता दें कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने 4 महीने पहले ई-श्रम पोर्टल लॉन्च किया था, इसके बाद इस पोर्टल पर अब तक करीब 21 करोड़ श्रमिक रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं। इनमें से अकेले यूपी के ही 7.5 करोड़ श्रमिक शामिल हैं, योगी सरकार ने पिछले सोमवार को इन श्रमिकों के बैंक खातों में 1000-1000 रुपये डाले थे।

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e -SHRAM Card

अब इन श्रमिकों के मन में सवाल उठ रहा है कि क्या चुनाव आचार संहिता लगने के बाद उन्हें अब आगे ये पैसे नहीं मिलेगा। हालांकि इस मामले के जानकारों के मुताबिक उन्हें ऐसी फिक्र करने की जरूरत नहीं है, दरअसल चुनाव के दौरान नई घोषणाएं करने पर रोक होती, लेकिन जो योजनाएं पहले से चल रही हैं उनके कामकाज में कोई भी रुकावट नहीं आएगी, ऐसे में ई-श्रम कार्ड धारकों को आगे भी बैंक खाते में पैसे मिलते रहेंगे।

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गौरतलब है कि किसी भी दुकान पर काम करने वाले सेल्समैन या हेल्पर, घर में करने वाले नौकर-नौकरानी, होटल के वेटर/हेल्पर, नाई, मोची, दर्जी, बढ़ई, प्लंबर, इलेक्ट्रीशियन, पेंटर, टाइल्स वाला, वेल्डिंग वाला, रिक्शा चालक या ठेले पर कोई सामना बेचने वाला, मूर्ती बनाने वाले, नरेगा मज़दूर, ईंट भट्ठा मज़दूर, खदान मज़दूर, रेजा, कुली, मछुवारे, पशुपालक, चरवाहे, जोमैटो-स्विगी या अमेज़न-फ्लिपकार्ट जैसी कंपनियों के डिलीवरी बॉय, सफाई कर्मचारी, गार्ड, वाहन चालक, पंचर बनाने वाला, मंदिर के पुजारी, विभिन्न सरकारी ऑफिस के दैनिक वेतन भोगी जैसे कम आय वाले लोग ई-श्रम कार्ड बनवाकर सरकार की इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com