मजबूत ग्रामीण मांग, घरेलू खपत को देखते हुए भारत में आने वाले समय को लेकर आशान्वित है पेप्सीको

मजबूत ग्रामीण मांग, घरेलू खपत को देखते हुए भारत में आने वाले समय को लेकर आशान्वित है पेप्सीको

मजबूत ग्रामीण मांग, घरेलू खपत को देखते हुए भारत में आने वाले समय को लेकर आशान्वित है पेप्सीको
Modified Date: November 29, 2022 / 08:06 pm IST
Published Date: October 13, 2020 1:48 pm IST

नयी दिल्ली, 13 अक्टूबर (भाषा) खाद्य और पेय पदार्थ बनाने वाली प्रमुख कंपनी, पेप्सीको भविष्य के बारे में ‘सचेत रूप से आशान्वित’ है और उसे लगता है कि कोरोनोवायरस महामारी के कारण जो बुरा वक्त था वह पीछे छूट गया है। पेप्सीको इंडिया के अध्यक्ष अहमद अलशेख ने यह कहा कि ग्रामीण मांग का बढ़ना और शहरी बाजारों में घरेलू खपत में होने वाली बढ़ोतरी से उम्मीद जगी है।

त्योहारी मौस्म में कंपनी को स्पैक्स (चटपटी तैयार खाद्य सामग्री), फलों के ‘जूस’ और अन्य कार्बोनेटेड पेयपदार्थ जैसे विभिन्न खंडों में मांग बढ़ने की उम्मीद है।

अलशेख ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘बेहतर मानसून, प्रवासी श्रमिको के अपने घर लौटने और हमारे पोर्टफोलियो के वितरण में वृद्धि के कारण हम अपने स्नैक्स और पेय उत्पादों दोनों के लिए ग्रामीण भारत में मजबूत मांग देख रहे हैं।’’

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उन्होंने कहा कि शहरों में घरेलू खपत मजबूत बनी हुई है और कंपनी को काम के रास्ते में जाने के दौरान उपभोग किये जाने वाले खाद्य वस्तुओं की खपत में वृद्धि भी देखने को मिल रही है क्योंकि देश अब अधिक से अधिक ‘अनलॉक’ होने की ओर बढ़ रहा है।

अलशेख ने कहा कि कोरोनोवायरस महामारी एक काला अध्याय है, जिससे कोई उद्योग अछूता नहीं है। तेजी से बढ रहा रोजमर्रा के इस्तेमाल वाले समानों (एफएमसीजी) के उद्योग भी हालात में सुधार के संकेत दे रहे है और ‘हम भविष्य को लेकर सतर्कता के साथ आशान्वित हैं।’

पेप्सिको इंडिया द्वारा ‘रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज’ (आरओसी) को दी गई सूचना के अनुसार, कंपनी का कर बाद का मुनाफा वर्ष 2018-19 के 36 करोड़ रुपये से बढ़कर वर्ष 2019-20 में 329 करोड़ रुपये हो गया।

हालांकि, कंपनी का राजस्व 15.87 प्रतिशत घटकर 5,264 करोड़ रुपये रह गया, जबकि वर्ष 2018-19 में उसे 6,257 करोड़ रुपये था।

भाषा राजेश राजेश मनोहर

मनोहर


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