सोया खली की मूल्य प्रतिस्पर्धा में लौटा भारत, नवंबर में ढाई गुना बढ़ा निर्यात

सोया खली की मूल्य प्रतिस्पर्धा में लौटा भारत, नवंबर में ढाई गुना बढ़ा निर्यात

सोया खली की मूल्य प्रतिस्पर्धा में लौटा भारत, नवंबर में ढाई गुना बढ़ा निर्यात
Modified Date: November 29, 2022 / 08:57 pm IST
Published Date: December 10, 2020 11:25 am IST

इंदौर, 10 दिसंबर (भाषा) यूरोपीय मांग में उछाल के चलते नवंबर में भारत का सोया खली निर्यात ढाई गुना बढ़कर दो लाख टन पर पहुंच गया, जो एक साल पहले की समान अवधि में 82,000 टन था।

प्रसंस्करणकर्ताओं के इंदौर स्थित संगठन सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सोपा) के एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि नवंबर में फ्रांस और बेल्जियम भारतीय सोया खली के प्रमुख आयातक रहे।

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अधिकारी ने बताया कि मौजूदा तेल विपणन वर्ष (अक्टूबर 2020-सितंबर 2021) के शुरूआती दो महीनों में भारत का सोया खली निर्यात दोगुना से ज्यादा बढ़कर 3.25 लाख टन रहा। पिछले साल अक्टूबर से नवंबर के बीच देश से 1.46 लाख टन सोयाखली का निर्यात किया गया था।

सोपा के कार्यकारी निदेशक डी एन पाठक ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘अंतरराष्ट्रीय बाजार में अमेरिका, ब्राजील और अर्जेन्टीना की सोया खली के भाव बढ़कर भारत के इस उत्पाद के आस-पास पहुंच गए हैं। नतीजतन भारत सोया खली की मूल्य प्रतिस्पर्धा में लौट आया है।’’

उन्होंने बताया कि अमेरिका, ब्राजील और अर्जेन्टीना की गिनती दुनिया के सबसे बड़े सोयाबीन उत्पादकों में होती है।

पिछले कई सालों से अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारतीय सोया खली के भाव उक्त तीनों देशों के मुकाबले अधिक बने हुए थे। इससे भारतीय सोया खली की मांग गिरती जा रही थी।

भाषा हर्ष पाण्डेय

पाण्डेय


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