मुंबई, 27 मई (भाषा) रुपये का आरंभिक लाभ कारोबार के अंत में लुप्त हो गया और वह चार पैसे की गिरावट के साथ 83.14 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ। बीएसई का मानक सूचकांक सेंसेक्स अपना लाभ खोता हुआ अपने रिकॉर्ड उच्च स्तर से नीचे आ गया और उसी के अनुरूप रुपये में भी गिरावट देखी गई।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि रुपये ने एक सीमित दायरे में कारोबार किया। विदेशी बाजारों में डॉलर के कमजोर होने से रुपये को समर्थन मिला लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल की कीमतों में आई मजबूती ने रुपये की बढ़त पर अंकुश लगा दिया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.08 प्रति डॉलर पर खुला तथा कारोबार के दौरान 83.05 प्रति डॉलर के दिन के उच्च स्तर को छू गया। हालांकि जल्द ही इस तेजी पर अंकुश लग गया और कारोबार के अंत में रुपया चार पैसे की गिरावट के साथ 83.14 प्रति डॉलर (अस्थायी) पर बंद हुआ।
रुपया शुक्रवार को 19 पैसे मजबूत होकर 83.10 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की मजबूती को परखने वाला डॉलर सूचकांक 0.05 प्रतिशत की गिरावट के साथ 104.67 रह गया।
बीएसई का 30 शेयर वाला सेंसेक्स 19.89 अंक की गिरावट के साथ 75,390.50 अंक पर बंद हुआ।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.47 प्रतिशत की तेजी के साथ 82.51 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।
शेयरखान बाय बीएनपी परिबा के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘हम उम्मीद करते हैं कि सकारात्मक घरेलू शेयर बाजार और ताजा विदेशी निवेश की उम्मीदों की वजह से रुपया सकारात्मक पूर्वाग्रह के साथ कारोबार करेगा। हालांकि, मजबूत अमेरिकी डॉलर और कच्चे तेल की कीमतों में सुधार से तेजी पर रोक लगा सकती है।’’
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में बिकवाल रहे और उन्होंने पिछले कारोबारी सत्र में शुक्रवार को शुद्ध रूप से 944.83 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
भाषा राजेश राजेश निहारिका
निहारिका
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)