सफोला खाद्य व्यवसाय तीन-चार साल में खाद्य तेल से भी हो सकता है बड़ाः मैरिको सीईओ
सफोला खाद्य व्यवसाय तीन-चार साल में खाद्य तेल से भी हो सकता है बड़ाः मैरिको सीईओ
नयी दिल्ली, 15 अगस्त (भाषा) सफोला ब्रांड का स्वामित्व रखने वाली कंपनी मैरिको लिमिटेड को उम्मीद है कि उसका खाद्य व्यवसाय आने वाले समय में खाद्य तेल क्षेत्र से आगे निकल जाएगा। कंपनी के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) सौगत गुप्ता ने यह संभावना जताई है।
कंपनी तेजी से बढ़ते ‘स्वास्थ्य वर्द्धन’ क्षेत्र में अन्य उत्पादों के अलावा सफोला ओट्स, शहद और स्नैक्स पेश करके इस क्षेत्र में विस्तार कर रही है। मैरिको का खाद्य व्यवसाय वित्त वर्ष 2024-25 में 900 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर गया था।
गुप्ता ने पीटीआई-भाषा के साथ बातचीत में कहा, ‘‘जहाँ तक सफोला का सवाल है, हम फूड फ्रैंचाइजी का विस्तार जारी रखे हुए हैं। और फूड फ्रैंचाइजी खाद्य तेल से ज्यादा लाभदायक है। खाद्य व्यवसाय में बाजार का महत्वपूर्ण विस्तार शामिल है।’’
उन्होंने कहा कि सफोला ओट्स और मसाला ओट्स के लिए पहुंच और वितरण में सुधार की गुंजाइश है और जागरूकता एवं परीक्षणों को बढ़ाकर इसे और आगे बढ़ाने की ज़रूरत है।
मैरिको सफोला ब्रांड के साथ शहद और मूसली खंड में भी अपनी ‘महत्वपूर्ण उपस्थिति’ बनाना चाहती है। इसके अलावा, वह अपने सफोला क्रंचीज़ का विस्तार करके स्नैक खंड में भी विस्तार करने की योजना बना रही है।
गुप्ता ने कहा, ‘‘कुल मिलाकर, हम खाद्य व्यवसाय खंड में 25 प्रतिशत की वृद्धि हासिल करने की स्थिति में हैं। एक ब्रांड के रूप में सफोला जीवन के हर चरण में स्वस्थ विकल्पों पर ज़ोर देता है। यह यात्रा जारी रहेगी, और शायद अब से तीन-चार साल बाद, सफोला फ़ूड्स, सफोला खाद्य तेल से भी बड़ा कारोबार हो सकता है।’’
वित्त वर्ष 2024-25 में, मैरिको का एकीकृत राजस्व 10,000 करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया।
पैराशूट एवं लिवॉन जैसे लोकप्रिय ब्रांडों का भी स्वामित्व रखने वाली कंपनी बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए अपनी विनिर्माण क्षमता में ‘स्थिर गति’ से निवेश कर रही है।
भाषा राजेश राजेश प्रेम
प्रेम

Facebook



