सेल 30,000 करोड़ रुपये के निवेश से राउरकेला इस्पात संयंत्र की क्षमता बढ़ाकर 90 लाख टन करेगी

सेल 30,000 करोड़ रुपये के निवेश से राउरकेला इस्पात संयंत्र की क्षमता बढ़ाकर 90 लाख टन करेगी

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  • Publish Date - March 16, 2025 / 11:30 AM IST,
    Updated On - March 16, 2025 / 11:30 AM IST

(अभिषेक सोनकर)

नयी दिल्ली, 16 मार्च (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र की इस्पात कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लि. (सेल) 30,000 करोड़ रुपये के निवेश से अपने राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) की क्षमता को दोगुना से अधिक बढ़ाकर लगभग 90 लाख टन सालाना करने की तैयारी कर रही है। इस कदम से रक्षा, तेल एवं गैस, वाहन जैसे क्षेत्रों में आपूर्ति बढ़ाने में मदद मिलेगी।

आरएसपी के प्रभारी-निदेशक आलोक वर्मा ने पीटीआई-भाषा के साथ साक्षात्कार में कहा कि इस विस्तार के बाद आरएसपी, सेल के 2030 तक 3.5 करोड़ टन सालाना के उत्पादन लक्ष्य में करीब 25 प्रतिशत का योगदान देगी। यह विस्तार 1,200 एकड़ क्षेत्र में होगा।

ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर से लगभग 320 किलोमीटर दूर राउरकेला में स्थित राउरकेला इस्पात संयंत्र को भारत में पहला सार्वजनिक क्षेत्र का इस्पात संयंत्र होने का गौरव प्राप्त है। इसे 1950 के दशक में जर्मनी सहयोग से शुरू किया गया था।

यह संयंत्र तीन फरवरी, 1959 को चालू हुआ। उस समय तत्कालीन राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद ने पहले ब्लास्ट फर्नेस ‘पार्वती’ को प्रज्ज्वलित किया।

फिलहाल सेल की कुल इस्पात निर्माण क्षमता 2.03 करोड़ टन सालाना की है जिसमें आरएसपी का योगदान 44 लाख टन का है। अधिकारी ने कहा कि 2030 तक आरएसपी की क्षमता 50 लाख टन बढ़कर 94 लाख टन हो जाएगी।

वर्मा ने कहा, ‘‘विस्तार के साथ, हमारा लक्ष्य उन क्षेत्रों में एक बड़ा हिस्सा हासिल करना है, जिनकी हम सेवा करते हैं।’’

वर्मा ने ब्योरा साझा करते हुए कहा कि इस विशाल नई विस्तार परियोजना के तहत संयंत्र के दक्षिण-पूर्व हिस्से की 1,200 एकड़ जमीन की आवश्यकता होगी। इस विस्तार पर लगभग 30,000 करोड़ रुपये का निवेश होगा। विस्तार के तहत कच्चा माल रखरखाव संयंत्र, कोक ओवन स्टैंप चार्ज बैटरी, सिंटर संयंत्र, थिन स्लैब कास्टर-डायरेक्ट रोलिंग, कोल्ड रोलिंग मिल, सिलिकॉन मिल और लॉजिस्टिक्स शामिल हैं। इसके अलावा एक नया ब्लास्ट फर्नेस और स्टील मेल्टिंग शॉप की भी स्थापना की जाएगी।

भाषा अजय अजय

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