सेंसेक्स पहली बार 49,000 के पार, आईटी-वाहन कंपनियों के शेयरों में तेजी

सेंसेक्स पहली बार 49,000 के पार, आईटी-वाहन कंपनियों के शेयरों में तेजी

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  • Publish Date - January 11, 2021 / 12:21 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:03 PM IST

मुंबई, 11 जनवरी (भाषा) शेयर बाजारों में सोमवार को भी तेजी का सिलसिला जारी रहा। बीएसई सेंसेक्स और निफ्टी दोनों लगातार दूसरे कारोबारी दिन नई रिकार्ड ऊंचाई पर बंद हुए। कंपनियों के बेहतर तिमाही वित्तीय परिणाम से उत्साहित निवेशकों ने आईटी, वित्त और वाहन कंपनियों के शेयरों में लिवाली की। तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 486.81 अंक यानी एक प्रतिशत बढ़कर पहली बार 49 हजार के ऊपर 49,269.32 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 49,303.79 अंक के उच्चतम स्तर तक भी चला गया था।

इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 137.50 अंक यानी 0.96 प्रतिशत उछलकर 14,484.75 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान इसने 14,498.20 अंक का स्तर भी छुआ। बाजार में तेजी आईटी कंपनियों के शेयरों की अगुवाई में आयी। शुक्रवार को टीसीएस ने दिसंबर तिमाही में शुद्ध लाभ 7.2 प्रतिशत उछलकर 8,701 करोड़ रुपये रहने की सूचना दी। साथ ही 2021-22 में आय दहाई अंक में बढ़ने का अनुमान जताया।

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सेंसेक्स के शेयरों में एचसीएल टेक में सर्वाधिक 6.09 प्रतिशत का लाभ हुआ। इसके अलावा इन्फोसिस, एचडीएफसी, बजाज ऑटो, मारुति, टेक महिंद्रा और महिंद्रा एंड महिंद्रा में भी अच्छी तेजी रही। दूसरी तरफ, जिन शेयरों में गिरावट दर्ज की गयी, उनमें बजाज फिनसर्व, बजाज फाइनेंस, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एल एंड टी, कोटक बैंक और भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) शामिल हैं। इनमें 1.92 प्रतिशत तक की गिरावट रही।

रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीतिक मामलों के प्रमुख विनोद मोदी ने कहा कि घरेलू शेयर बाजारों पर तेजड़िये हावी रहे और दोनों मानक सूचकांक नये रिकार्ड स्तर पर बंद हुए। टीसीएस और डी-मार्ट के बेहतर तिमाही वित्तीय परिणाम से निवेशकों का भरोसा मजबूत हुआ है। उन्होंने कहा, ‘‘कोविड-19 मामलों में बेहतर सुधार होने तथा 16 जनवरी से टीकाकरण प्रक्रिया शुरू किये जाने की घोषणा से बजार के लिये लिये स्थिति संतोषजनक बनी है। पुन: कपनियों की आय के साथ प्रमुख आर्थिक आंकड़े बेहतर रहने की उम्मीद से बाजार निकट भविष्य में नई ऊंचाई छू सकता है।’’

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मोदी ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था की स्थिति, केंद्रीय बैंकों के रुख और डॉलर के कमजोर होने के साथ एफपीआई (विदेशी संस्थागत निवेशक) निवेश आगे भी जारी रह सकता है। साथ ही बजट में वृद्धि को गति देने वाले उपायों की उम्मीद से बाजार में बजट से पहले तेजी देखने को मिल सकती है। इस बीच, शेयर बाजार में उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे। उन्होंने गत सप्ताहांत शुक्रवार को 6,029.83 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।

एशिया के अन्य बाजारों में हांगकांग का हैंगसेंग, दक्षिण कोरिया का कोस्पी लाभ में रहे जबकि शंघाई कंपोजिट सूचकांक नुकसान में रहा। यूरोप के प्रमुख शेयर बजारों में शुरूआती कारोबर में गिरावट का रुख रहा। इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.52 प्रतिशत की गिरावट के साथ 55.14 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था। वहीं, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 16 पैसे टूटकर 73.40 पर बंद हुआ।