भारत-जापान संबंधों पर जयशंकर ने कहा, महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय करना महत्वपूर्ण

भारत-जापान संबंधों पर जयशंकर ने कहा, महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय करना महत्वपूर्ण

भारत-जापान संबंधों पर जयशंकर ने कहा, महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय करना महत्वपूर्ण
Modified Date: November 19, 2024 / 10:23 pm IST
Published Date: November 19, 2024 10:23 pm IST

नयी दिल्ली, 19 नवंबर (भाषा) जापान को भारत के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने वाला देश बताते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को कहा कि यह बहुत भरोसे वाला द्विपक्षीय संबंध है।

उन्होंने कहा कि दोनों देशों को महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय करने और उन्हें साकार करने की दिशा में काम करने की जरूरत है।

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जयशंकर ने 7वें भारत-जापान हिंद-प्रशांत मंच और 10वें भारत-जापान ट्रैक 1.5 वार्ता को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये संबोधित करते हुए कहा, ‘‘एक अस्थिर दुनिया में, हमें अपने आर्थिक सहयोग को तत्काल बढ़ाने की जरूरत पर विचार-विमर्श करना चाहिए।’’

उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों की व्यापकता के बारे में बात की और कहा कि भारत-जापान विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी क्षेत्रीय शांति, अंतरराष्ट्रीय स्थिरता और वैश्विक समृद्धि के लिए काम करती है।

उन्होंने कहा, ‘‘यह महत्वपूर्ण है कि हम महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय करें और उन्हें साकार करने की दिशा में काम करें।’’

विदेश मंत्री ने कहा कि जापान, भारत के आर्थिक विकास में एक प्रमुख योगदानकर्ता बना हुआ है, और ‘‘हम 2027 तक 5,000 अरब येन के निवेश लक्ष्य को साकार करने की कोशिश कर रहे हैं।’’

उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार के आंकड़े हालांकि उम्मीदों से कम हैं और हमें अपने आर्थिक सहयोग की गुणवत्ता बढ़ाने की तत्काल जरूरत पर विचार करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि नयी दिल्ली और टोक्यो के बीच साझा हितों का विस्तार होने और सहयोग के नए तरीके अपनाये जाने के साथ दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी भी बढ़ेगी।

इस मंच की मेजबानी दिल्ली पॉलिसी ग्रुप (डीपीजी) और जापान इंस्टिट्यूट ऑफ इंटरनेशनल अफेयर्स (जेआईआईए) कर रहे हैं।

भाषा पाण्डेय अजय

अजय


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