सीतारमण ने मेघालय में एसएएससीआई कोष के पूर्ण उपयोग की सराहना की

सीतारमण ने मेघालय में एसएएससीआई कोष के पूर्ण उपयोग की सराहना की

सीतारमण ने मेघालय में एसएएससीआई कोष के पूर्ण उपयोग की सराहना की
Modified Date: July 11, 2025 / 08:08 pm IST
Published Date: July 11, 2025 8:08 pm IST

(तस्वीरों के साथ)

शिलांग, 11 जुलाई (भाषा) केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड के संगमा के नेतृत्व में हुई राज्य की प्रगति की सराहना करने के साथ ही इसे प्रभावी एवं उद्देश्यपूर्ण विकास का मॉडल बताया।

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सीतारमण ने ‘पूंजी निवेश के लिए राज्यों को विशेष सहायता’ (एसएएससीआई) के तहत आवंटित 5,400 करोड़ रुपये के पूरे आवंटन का राज्य द्वारा ‘अनुकरणीय उपयोग’ पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि मेघालय ने अन्य राज्यों के लिए उदाहरण पेश किया है।

सीतारमण ने यहां एक कार्यक्रम में कहा, “जहां कुछ राज्य अपने हिस्से का पूरा उपयोग नहीं कर पा रहे हैं, वहीं मेघालय ने अपने पूरे आवंटन का उपयोग पूंजीगत संपत्तियां बनाने में प्रभावी ढंग से किया है। मैं मेघालय के प्रयासों की सराहना करती हूं।”

उन्होंने पूर्वोत्तर क्षेत्र के प्रति केंद्र की प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए कहा, “सरकार इस क्षेत्र को सशक्त बनाने, कार्य करने, मजबूत बनाने और परिवर्तन लाने के लिए काम कर रही है।”

वित्त मंत्री ने राज्य में विकास की प्रमुख उपलब्धियों का भी उल्लेख किया, जिनमें 540 किलोमीटर से अधिक लंबी सड़कों का निर्माण और 2014 से ऑप्टिकल फाइबर कवरेज में पांच गुना वृद्धि शामिल है।

उन्होंने जल जीवन मिशन, प्रधानमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और स्वच्छ भारत मिशन जैसी केंद्र प्रायोजित योजनाओं में राज्य के प्रदर्शन की सराहना की।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री संगमा ने कहा कि राज्य सरकार उद्देश्य-आधारित, लक्ष्य-आधारित और परिणाम-आधारित शासन के मॉडल का अनुसरण करती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मेघालय ने किस तरह ‘बाह्य सहायता-प्राप्त परियोजनाओं’ (ईएपी) के माध्यम से बड़ी संख्या में योजनाओं और परियोजनाओं का लाभ उठाया है। ऐसी परियोजनाएं छोटे राज्यों के लिए वित्तपोषण का प्रमुख स्रोत रही हैं।

उन्होंने कहा कि ईएपी के माध्यम से कुल वित्तपोषण लगभग 12,000 करोड़ रुपये है, जो मेघालय में विकास संबंधी विभिन्न पहलों को समर्थन प्रदान करेगा।

सीतारमण की यात्रा के दौरान कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का शुभारंभ किया गया।

भाषा अनुराग प्रेम

प्रेम


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