एनएसई आईपीओ को लेकर मुद्दों को सुलझाने के लिए एनएसई के साथ बातचीत जारी: सेबी प्रमुख |

एनएसई आईपीओ को लेकर मुद्दों को सुलझाने के लिए एनएसई के साथ बातचीत जारी: सेबी प्रमुख

एनएसई आईपीओ को लेकर मुद्दों को सुलझाने के लिए एनएसई के साथ बातचीत जारी: सेबी प्रमुख

Edited By :  
Modified Date: April 30, 2025 / 02:34 PM IST
,
Published Date: April 30, 2025 2:34 pm IST

(फाइल फोटो के साथ)

मुंबई, 30 अप्रैल (भाषा) भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के प्रमुख तुहिन कांत पांडेय ने कहा है कि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) की बहुप्रतीक्षित आरंभिक सार्वजनिक निर्गम नियामकीय समीक्षा के अंतर्गत है और एनएसई और सेबी के बीच कुछ मुद्दों को सुलझाने के लिए चर्चा जारी है।

सेबी की चिंताओं में प्रमुख प्रबंधन कर्मियों को दिया जाने वाला क्षतिपूर्ति, प्रौद्योगिकी और समाशोधन निगम में बहुलांश स्वामित्व आदि मुद्दे शामिल हैं।

अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) के लिए सेबी में आवेदन कर एनएसई ने अपनी सूचीबद्ध होने की प्रक्रिया को फिर से शुरू किया है।

एनएसई ने अनापत्ति प्रमाण पत्र के लिए आवदेन दाखिल कर दिया है, लेकिन आईपीओ कब आएगा इसकी समय-सीमा को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। दोनों पक्ष प्रमुख मुद्दों को सुलझाने के लिए काम कर रहे हैं जिनमें कंपनी संचालन का मुद्दा भी शामिल हैं।

आईपीओ के लिए संभावित समयसीमा के बारे में पूछे जाने पर पांडेय ने ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ साक्षात्कार में कहा, ‘‘ मैं इस समय केवल इतना कह सकता हूं कि कुछ मुद्दे हैं…जिन पर एनएसई तथा सेबी के बीच चर्चा जारी है। हम इसे स्पष्ट करने के इरादे से आगे बढ़ रहे हैं…हम इन मुद्दों को सुलझाने का प्रयास करेंगे।’’

गौरतलब है कि एनएसई की आईपीओ लाने की योजना पिछले आठ वर्ष से अटकी हुई है। शेयर बाजार ने सबसे पहले 2016 में आईपीओ लाने के लिए दस्तावेज दाखिल किए थे। इसके जरिये मौजूदा शेयरधारकों की 22 प्रतिशत शेयर बेचकर बिक्री पेशकश के माध्यम से 10,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना थी।

हालांकि, कंपनी के संचालन और ‘को-लोकेशन’ मामले से जुड़ी नियामक चिंताओं के कारण सेबी ने मंजूरी नहीं दी थी। तब से एनएसई ने मंजूरी के लिए कई बार सेबी का रुख किया है।

एनएसई ‘को-लोकेशन’ से तात्पर्य ऐसी सुविधा से है, जहां कारोबारी सदस्य अपने सर्वर को एक्सचेंज के परिसर में रख सकते हैं। जिससे बाजार के आंकड़ों और ऑर्डर निष्पादन तक तीव्र पहुंच संभव हो जाती है। इस सुविधा का कुछ ब्रोकर द्वारा कथित रूप से बेजा लाभ उठाने को लेकर एनएसई जांच के घेरे में आई थी।

सेबी ने एनएसई के आईपीओ पर विचार करने के लिए एक आंतरिक समिति के गठन की मार्च में घोषणा की थी और बाजार नियामक ने एनएसई से सभी मुद्दों को हल करने के लिए कहा था।

एनएसई का मूल्यांकन करीब 4.7 लाख करोड़ रुपये है।

‘2024 बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया’ 500 सूचीबद्ध एवं गैर सूचीबद्ध कंपनियों के अनुसार, भारत का सबसे बड़ा शेयर बाजार पहले से ही देश की 10वीं सबसे मूल्यवान निजी कंपनी है।

भाषा निहारिका रमण

रमण

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)