नयी दिल्ली, नौ मई (भाषा) भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए भारतीय दूरसंचार सेवा प्रदाताओं ने निर्बाध संपर्क सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाए हैं। दूरसंचार सर्किल के बीच रोमिंग व्यवस्था और सतत निगरानी के लिए नियंत्रण केंद्र स्थापित करने के साथ ही दूरसंचार टावरों के लिए पर्याप्त डीजल भी सुनिश्चित किया जा रहा है।
दूरसंचार विभाग ने इस सप्ताह की शुरुआत में दूरसंचार सेवा प्रदाताओं के साथ एक बैठक की थी जिसमें उनसे राष्ट्रीय स्तर के नियंत्रण केंद्र स्थापित करने और हर समय सुचारू नेटवर्क सुनिश्चित करने के लिए कहा गया।
सूत्रों ने कहा कि यह बैठक सात मई को हुई थी, और सभी दूरसंचार कंपनियों ने मौजूदा स्थिति को देखते हुए नेटवर्क की चौबीसों घंटे निगरानी सहित विभिन्न उपायों को लागू करने की प्रतिबद्धता जताई।
दूरसंचार विभाग ने उसी दिन उपायों का विवरण देते हुए एक कार्यालय ज्ञापन जारी किया था। दूरसंचार कंपनियों से कहा गया कि वे नियंत्रण केंद्रों के प्रभारी नोडल अधिकारियों का विवरण साझा करें और सुनिश्चित करें कि रोमिंग व्यवस्था सुचारू रूप से काम करे।
दूरसंचार कंपनियों से यह भी कहा गया कि वे पर्याप्त मात्रा में डीजल की आपूर्ति सुनिश्चित करें, ताकि बिजली आपूर्ति बाधित होने पर दूरसंचार टावर डीजल जेनरेटर से चल सके।
दूरसंचार कंपनियों से स्थिति की निगरानी के लिए ‘वॉर रूम’ स्थापित करने और तालमेल के साथ काम करने को भी कहा गया।
सरकार ने दूरसंचार परिचालकों को यह भी निर्देश दिया कि यदि कोई नेटवर्क या साइट प्रभावित होती है, तो वे तत्काल इसकी सूचना दें।
भाषा पाण्डेय प्रेम
प्रेम
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)