नयी दिल्ली, छह मई (भाषा) औषध विभाग ने सिफारिश की है कि संस्थानों के वार्षिक बजट का कम से कम एक प्रतिशत हिस्सा नवाचार और स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए आवंटित किया जाए।
औषध विभाग (डीओपी) ने शैक्षणिक संस्थानों के लिए औषध नवाचार और उद्यमिता पर अपने सामान्य दिशानिर्देशों में यह भी कहा कि संस्थान स्टार्टअप कंपनियों में उनकी तरफ से दी जाने वाली सेवाओं और सुविधाओं के एवज में इक्विटी हिस्सेदारी भी ले सकते हैं।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि एनआईपीईआर (राष्ट्रीय औषध शिक्षा एवं शोध संस्थान) में नवाचार और अनुसंधान को प्रोत्साहित करने के लिए डीओपी ने सामान्य दिशानिर्देश तैयार किए हैं।
बयान के मुताबिक राष्ट्रीय नवाचार और स्टार्टअप नीति 2019, राष्ट्रीय आईपीआर नीति 2016 और अन्य संस्थानों, विभागों की इसी तरह की नीतियों पर विचार करने के बाद दिशानिर्देश तैयार किए गए हैं।
भाषा पाण्डेय रमण
रमण
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