छोटी सी जगह पर शुरू करें यह बिजनेस, हर महीने लाखों रुपए की कमाई, सरकार भी करेगी मदद

Fish Farming: खेती-किसानी और पशुपालन के बाद मछलीपालन एक ऐसा बिजनेस है जिसके जरिए किसान कम लागत में ज्यादा मुनाफा हासिल कर सकते हैं

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  • Publish Date - July 19, 2022 / 08:00 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:46 PM IST

Bihar government is giving 4500 rupees to fishermen

Fish Farming: केंद्र सरकार की ओर से किसानों, पशुपालकों सहित मछली पालकों के लिए कई लाभकारी योजनाओं की शुरुआत की गई है। केंद्र सरकार के द्वारा किसानों की आय को दोगुना करने के उद्देश्य को लेकर चलाई जा रहीं इन योजनाओं का फायदा किसानों, पशुपालकों व मछली पालकों को मिल रहा है। लेकिन कई ग्रामीण ऐसे भी जिन्हें इन योजनाओं की सही जानकारी नहीं होने से वे इन लाभकारी योजनाओं का लाभ उठाने से वंचित रह जाते हैं।

खेती-किसानी और पशुपालन के बाद किसान सबसे ज्यादा मछली पालन के जरिए पैसे कमाता है। ये एक ऐसा बिजनेस है जिसके जरिए किसान कम लागत में ज्यादा मुनाफा हासिल कर सकते हैं। किसानों के बीच मछली पालन का चलन बढ़े,  इसके लिए सरकार भी कई तरह की योजनाएं लॉन्च करती रहती है। बता दें कि पीएम मत्स्य संपदा योजना के तहत अनुसूचित जाति के किसानों और महिलाओं को मछली पालन का व्यवसाय शुरू करने के लिए 60% का अनुदान मिलता है, बल्कि अन्य किसानो को 40% तक की सब्सिडी दी जाती है। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना भी कुछ इसी तरह की योजना है। इस योजना के तहत मछली पालन के बिजनेस को इच्छुक किसानों को सब्सिडी दी जाती है।

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मछली पालन से ऐसे कमाए मुनाफा

मछली पालन से किसान बढ़िया मुनाफा कमा सके, इसके लिए सरकार की तरफ से उन्हें फ्री ट्रेनिंग की सुविधा भी दी जाती है। इसके अलावा बिजनेस शुरू करने के लिए सस्ते दर पर किसानों को बैंकों से कर्ज भी उपलब्ध भी कराया जाता है। अगर आप भी इस योजना के लिए अप्लाई करना चाहते हैं तो इसकी मत्स्य पालन विभाग के अधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन भी कर सकते हैं।

नाबार्ड की ले सकते हैं मदद

बता दें कि किसान अगर मछली पालन के लिए 20 हजार किग्रा क्षमता वाले टैंक या पॉन्ड बनाना चाहते हैं 20 लाख रुपये का खर्चा आता है। लघु और सीमांत कैटेगरी के किसानों के लिए इस रकम को खर्च करना आसान नहीं होता है। ऐसे में इस योजना के तहत नाबार्ड किसानों के मदद के लिए आगे आता है। नाबार्ड किसानों को टैंक या पॉन्ड बनाने की कुल धनराशि का 60 प्रतिशत सब्सिडी के तौर पर किसानों को उपलब्ध कराता है।

20 लाख के लागत के टैंक या पॉन्ड के निर्माण के बाद आप मछली पालन की शुरुआत कर सकते हैं। अगर आप मछलियों के बीज और उनकी देख-रेख में 1 लाख रुपये भी लगाते हैं तो भी आपको 5 से 6 गुना ज्यादा लाभ मिलेगा। इससे शुरुआत में किसान आराम से 5 से 6 लाख रुपये मुनाफा कमा सकता है। एक बार मछली पालन के क्षेत्र में अनुभव हासिल कर लेने के बाद ऐसी भी मछलियों का पालन कर सकते हैं, जिनकी बाजार में भारी मात्रा में मांग रहती है। ऐसे में किसान आगे चलकर इस बिजनेस में आराम से 15 से 20 लाख का मुनाफा कमा सकते है।

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