SAIL Share Price Target 2030: स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया के निवेशकों को आज का दिन बेहद अहम / Image Source: IBC24 Customized
मुंबई: SAIL Share Price Target 2030 भारतीय शेयर बाजार में लगातार हो रही गिरावट के बाद बुधवार यानि 12 फरवरी को रिकवरी देखने को मिला। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि आज मार्केट में तेजी देखने को मिल सकती है। हालांकि पिछले कारोबारी की बात करें तो शुरुआत में बाजार मंदी की ओर तेजी से आगे बढ़ा, लेकिन बंद होने से पहले अच्छी रिवकरी की। पिछले कारोबारी दिन की बात करें तो सेंसेक्स 123 प्वाइंट गिरा तो निफ्टी 27 प्वाइंट फिसलकर बंद हुआ। निफ्टी बैंक में करीब 800 प्वाइंट की रिकवरी दिखी। मिडकैप इंडेक्स करीब 1400 प्वाइंट सुधरकर बंद हुआ।
SAIL Share Price Target 2030 बात करें स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया की तो SAIL का शेयर अपने पिछले क्लोजिंग प्राइस के मुकाबले 5.64% ऊपर ₹105.80 पर ट्रेड कर रहा है। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने ₹106.20 और ₹99.20 के बीच ट्रेड किया है। इस साल अब तक SAIL के शेयर में -2.48% की गिरावट आई है, जबकि पिछले 5 दिनों में इसमें 3.56% की वृद्धि देखी गई है।
स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया का TTM (ट्रेलिंग 12 महीने) P/E रेशियो 23.12 है, जो कि इसके सेक्टर के P/E रेशियो 14.95 से काफी अधिक है। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया पर 25 विश्लेषकों ने कवरज शुरू किया है। इनमें से कोई भी विश्लेषक इसे “स्ट्रॉन्ग बाय” रेटिंग नहीं देता, जबकि 2 विश्लेषकों ने इसे “बाय” रेटिंग दी है। वहीं, 6 विश्लेषकों ने इस स्टॉक को “सेल” रेटिंग दी है।
कंपनी ने अपनी पिछली तिमाही में ₹141.89 करोड़ का शुद्ध लाभ घोषित किया है। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया के सूचीबद्ध प्रतिस्पर्धियों में लॉयड्स मेटल्स एंड एनर्जी (4.41%), जिंदल स्टेनलेस ( -1.06%) और स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया (5.64%) शामिल हैं। 31 दिसंबर 2024 तक स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया में म्यूचुअल फंड की होल्डिंग 5.08% थी, जो पिछले तिमाही से घट गई है। वहीं, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की होल्डिंग 31 दिसंबर 2024 तक 2.59% थी, जो पिछले तिमाही से कम हुई है।
शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।