यूपीआई के जरिये लेन-देन मात्रा बीते वर्ष दूसरी छमाही में 42 प्रतिशत बढ़कर 93 अरब पर: रिपोर्ट

यूपीआई के जरिये लेन-देन मात्रा बीते वर्ष दूसरी छमाही में 42 प्रतिशत बढ़कर 93 अरब पर: रिपोर्ट

यूपीआई के जरिये लेन-देन मात्रा बीते वर्ष दूसरी छमाही में 42 प्रतिशत बढ़कर 93 अरब पर: रिपोर्ट
Modified Date: April 2, 2025 / 06:59 pm IST
Published Date: April 2, 2025 6:59 pm IST

नयी दिल्ली, दो अप्रैल (भाषा) देश में डिजिटल भुगतान के मामले में यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) की लोकप्रियता बनी हुई है। यूपीआई के जरिये लेन-देन की संख्या 2024 की दूसरी छमाही में सालाना आधार पर 42 प्रतिशत बढ़कर 93.23 अरब पहुंच गई है। एक रिपोर्ट में यह कहा गया है।

वर्ल्डलाइन की 2024 की दूसरी छमाही की ‘इंडिया डिजिटल भुगतान रिपोर्ट’ के अनुसार, मात्रा और मूल्य के मामले में तीन यूपीआई मंच… फोनपे, गूगल पे और पेटीएम का दबदबा बना हुआ है।

लेन-देन की मात्रा के संदर्भ में, दिसंबर 2024 में, सभी लेन-देन में इन तीनें ऐप की हिस्सेदारी 93 प्रतिशत रही। लेन-देन मूल्य के संदर्भ में, हिस्सेदारी 92 प्रतिशत थी।

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रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘बीते वर्ष की दूसरी छमाही (जुलाई-दिसंबर) में यूपीआई लेनदेन की मात्रा सालाना आधार पर 42 प्रतिशत बढ़कर 93.23 अरब हो गई। एक साल पहले इसी अवधि में यह 65.77 अरब थी। इसी अवधि के दौरान, लेनदेन का मूल्य 31 प्रतिशत बढ़कर 1,30,190 अरब रुपये हो गया जो एक साल पहले 2023 की दूसरी छमाही में 99,680 अरब रुपये था।

यूपीआई के अलावा, डिजिटल भुगतान के अन्य माध्यमों क्रेडिट कार्ड, प्रीपेड कार्ड, मोबाइल भुगतान और नेट बैंकिंग शामिल हैं।

वर्ल्डलाइन इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) रमेश नरसिम्हन ने कहा, ‘‘भारत का डिजिटल भुगतान परिवेश तेजी से विकसित हो रहा है। इसका कारण यूपीआई के व्यापक रूप से अपनाना, पीओएस (पॉइंट ऑफ सेल) बुनियादी ढांचे का विस्तार और मोबाइल लेनदेन को लेकर बढ़ती रुचि तथा प्राथमिकता है…।’’

भाषा रमण अजय

अजय


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