UPI Banned News Today / नए साल से पहले UPI पेमेंट पर लगाया बैन / Image Source: Customize IBC24
इंदौर: UPI Banned News Today साइबर फ्रॉड के बढ़ते मामलों और कई व्यापारियों के बैंक खाते सीज होने के बाद इंदौर में व्यापारियों के बड़े वर्ग ने यूपीआई के माध्यम से भुगतान स्वीकार करना बंद करने का निर्णय लिया है। इंदौर के रेडीमेड गारमेंट्स व्यापारी संघ ने सरकार, आरबीआई, पुलिस सहित तमाम पक्षों से इस मामले का निराकरण करने की मांग करते हुए निराकरण होने तक व्यापारियों ने यूपीआई से पेमेंट लेना बंद कर दिया है।
UPI Banned News Today मिली जानकारी के अनुसार इंदौर में साइबर फ्रॉड के चलते कई व्यापारियों के खाते में संदिग्ध ट्रांजेक्शन आए हैं। ऐसे में जांच एजेंसियों के निर्देश पर इन व्यापारियों के बैंक खाते फ्रीज कर दिए गए हैं। बैंक खाता फ्रीज होने के कारण इन व्यापारियों के पोस्ट डेटेड चेक बाउंस हो गए। इसका कारण जानने पर पता चला कि साइबर फ्रॉड के कुछ ट्रांजेक्शन इन व्यापारियों के खाते में मिलने के कारण इनका खाता ब्लॉक किया गया है। ऐसे में 600 से ज्यादा व्यापारी सदस्यों वाले इंदौर रेडीमेड गारमेंट व्यापारी एसोसिएशन से जुड़े तमाम व्यापारियों ने यूपीआई से पेमेंट लेना बंद कर दिया है।
व्यापारियों ने ये भी कहा कि इस निर्णय से नुकसान जरूर होगा लेकिन इस तरह के हालात भविष्य में नहीं बनेंगे। ऐसे में व्यापारियों के इस निर्णय की जानकारी जिला प्रशासन तक भी पहुंची है। प्रशासन ने इसे गंभीरता से लिया है।
जिला कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा है कि वे इस पूरे मामले के संबंध में सभी पक्षों से बात करेंगे। इसमें बैंक के अलावा पुलिस और व्यापारी वर्ग से भी चर्चा की जाएगी। बहरहाल व्यापारी चाहते हैं कि सुरक्षित डिजिटल पेमेंट सुनिश्चित करने के लिए सरकार सहित सभी पक्षों को ठोस कदम और नीति बनाने की जरूरत है। उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि वे फिलहाल यूपीआई से भुगतान स्वीकार नहीं करेंगे। वे केवल नकद या क्रेडिट कार्ड ही स्वीकार कर रहे हैं।
इंदौर के व्यापारियों ने यूपीआई भुगतान बंद करने का निर्णय साइबर फ्रॉड और संदिग्ध ट्रांजेक्शन के चलते अपने बैंक खातों के सीज होने के कारण लिया है।
हां, व्यापारियों ने स्वीकार किया है कि इस निर्णय से नुकसान जरूर होगा, लेकिन वे भविष्य में इस तरह की समस्याओं से बचने के लिए यह कदम उठा रहे हैं।
व्यापारी चाहते हैं कि सुरक्षित डिजिटल पेमेंट के लिए सरकार, आरबीआई, बैंक, और पुलिस मिलकर ठोस कदम उठाएं और एक सुरक्षित नीति बनाएं।
हां, व्यापारी फिलहाल नकद भुगतान और क्रेडिट कार्ड के माध्यम से लेन-देन कर रहे हैं।
जिला कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा है कि वे इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं और इसमें बैंक, पुलिस, और व्यापारियों के साथ चर्चा करेंगे ताकि समाधान निकाला जा सके।