Vodafone idea Share: वोडा-आइडिया के 102 करोड़ शेयर बेचकर निकली ये कंपनी, 8 रुपये से भी कम कीमत पर सौदा, क्या आपने लगाया दांव? – NSE: IDEA, BSE: 532822

Vodafone idea Share: वोडा-आइडिया के 102 करोड़ शेयर बेचकर निकली ये कंपनी, 8 रुपये से भी कम कीमत पर सौदा, क्या आपने लगाया दांव?

Vodafone idea Share: वोडा-आइडिया के 102 करोड़ शेयर बेचकर निकली ये कंपनी, 8 रुपये से भी कम कीमत पर सौदा, क्या आपने लगाया दांव? – NSE: IDEA, BSE: 532822

(Vodafone idea Share, Image Credit: Meta AI)

Modified Date: April 26, 2025 / 05:08 pm IST
Published Date: April 26, 2025 5:08 pm IST
HIGHLIGHTS
  • नोकिया ने 785.67 करोड़ रुपये में बेची 0.95% हिस्सेदारी।
  • गोल्डमैन सैक्स बना बड़ा खरीदार, खरीदे 59.86 करोड़ शेयर।
  • बाजार में अस्थिरता जारी, लेकिन निवेशकों की रुचि बरकरार।

Vodafone idea Share: नोकिया सॉल्यूशंस एंड नेटवर्क्स इंडिया ने वोडाफोन आइडिया (VIL) में अपनी करीब 1% हिस्सेदारी ओपन मार्केट डील के जरिए बेच दी है। इस डील में नोकिया ने 102 करोड़ से ज्यादा शेयर 7.65 रुपये प्रति शेयर की औसत कीमत पर बेचे, जिससे कुल सौदा 785.67 करोड़ रुपये का हुआ। यह हिस्सेदारी वोडाफोन आइडिया में 0.95% है । पिछले साल जून में वोडाफोन आइडिया ने नोकिया और एरिक्सन को बकाया भुगतान के बदले शेयर जारी करने का ऐलान किया था।

गोल्डमैन सैक्स ने की खरीदारी

इस डील के दौरान अमेरिकी निवेश कंपनी गोल्डमैन सैक्स ने वोडाफोन आइडिया के 59.86 करोड़ शेयर खरीदे हैं, जो कंपनी में 3.55% हिस्सेदारी के बराबर हैं। हालांकि, अन्य खरीदारों की जानकारी सामने नहीं आई है। यह खरीदारी वोडाफोन आइडिया में बढ़ती दिलचस्पी को दिखाती है। लेकिन बाजार में अस्थिरता का माहौल बरकरार है।

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वोडाफोन आइडिया के शेयर में गिरावट

शुक्रवार को वोडाफोन आइडिया का शेयर लगभग 6% गिरकर 7.46 रुपये पर बंद हुआ। दिनभर में यह शेयर 8.21 रुपये से 7.43 रुपये के बीच ट्रेड हुआ। नवंबर 2024 में यह शेयर 6.61 रुपये तक गिर गया था, जो इसका 52 हफ्ते का लो था। वहीं, जून 2024 में यह 19.18 रुपये तक गया था, जो इसका 52 हफ्ते का हाई है।

सरकार ने हिस्सेदारी बढ़ाने से किया इनकार

संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हाल ही में कहा कि सरकार की वोडाफोन आइडिया में अपनी हिस्सेदारी और बढ़ाने की कोई योजना नहीं है। फिलहाल, स्पेक्ट्रम बकाया को इक्विटी में बदलने के बाद सरकार के पास कंपनी में 48.99% हिस्सेदारी है, जो पहले 22.6% थी।

नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

मैं 2018 से पत्रकारिता में सक्रिय हूँ। हिंदी साहित्य में मास्टर डिग्री के साथ, मैंने सरकारी विभागों में काम करने का भी अनुभव प्राप्त किया है, जिसमें एक साल के लिए कमिश्नर कार्यालय में कार्य शामिल है। पिछले 7 वर्षों से मैं लगातार एंटरटेनमेंट, टेक्नोलॉजी, बिजनेस और करियर बीट में लेखन और रिपोर्टिंग कर रहा हूँ।