वोल्टास ने नमामि गंगे परियोजना के तहत बिहार में दो दूषित जल शोधन संयंत्र लगाये

वोल्टास ने नमामि गंगे परियोजना के तहत बिहार में दो दूषित जल शोधन संयंत्र लगाये

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  • Publish Date - September 14, 2020 / 03:34 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:42 PM IST

मुंबई, 14 सितंबर (भाषा) इंजीनियरिंग समाधान उपलब्ध कराने वाली वोल्टास ने नमामि गंगे परियोजना के तहत बिहार में दूषित जल को साफ करने के लिये दो संयंत्र लगाने का काम पूरा कर लिया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को ‘ऑनलाइन’ इसका उद्घाटन करेंगे।

कंपनी ने सोमवार को एक बयान में कहा कि नमामि गंगे मिशन के तहत वोल्टास को 150 करोड़ रुपये की दो परियोजनाएं आबंटित की गयी थी। इसके अंतर्गत बिहार की राजधानी पटना में 3.7 करोड़ लीटर प्रतिदिन और 4.3 करोड़ लीटर प्रतिदिन दूषित जल के शोधन क्षमता के संयंत्र लगाये जाने थे। परियोजना में डिजाइन, निर्माण और परिचालन शामिल है।

प्रधानमंत्री ने विश्वबैंक वित्त पोषित परियोजनाओं के लिये आधारशिला 14 अक्टूबर, 2017 को रखी थी। वह मंगलवार को इन परियोजनाओां का ‘ऑनलाइन’ उद्घाटन करेंगे।

बयान के अनुसार इन दोनों परियोजनाओं के जरिये घरों से निकलने वाले दूषित जल का शोधन किया जाएगा और गंदे जल को गंगा नदी में प्रवाहित होने से रोका जाएगा।

वोल्टास के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी प्रदीप बख्शी ने कहा, ‘‘वैश्विक तापमान में वृद्धि के कारण पेय जल संकट को देखते हुए यह जरूरी है कि हम नई खोज करें और जल प्रबंधन तथा शोधन प्रणाली में निवेश करें।’’ उन्होंने कहा कि नमामि गंगे पहल सर्वाधिक मूल्यवान संधान को बचाने और गंगा नदी को स्वच्छ बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।

वोल्टास नमामि गंगे से संबद्ध पांच राज्यों में 29 परियोजनाओं पर काम कर रही है।

भाषा

रमण मनोहर

मनोहर